logo-image

दलाई लामा की अरुणाचल यात्रा से खीझे चीन की भारत को धमकी, कहा-वो कश्मीर में खोल सकता है मोर्चा

चीन ने भारत को धमकी दी है कि वो ‘अशांत’ कश्मीर में दखलंदाजी कर सकता है।

Updated on: 06 Apr 2017, 02:14 PM

नई दिल्ली:

तिब्बत के बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा की अरूणाचल प्रदेश यात्रा को लेकर भारत और चीन के बीच तकरार बढ़ता जा रहा है। चीन ने भारत को धमकी दी है कि वो ‘अशांत’ कश्मीर में दखलंदाजी कर सकता है।

ग्लोबल टाइम्‍स में छपे एक लेख में आश्चर्य जताया गया है कि क्या भारत आर्थिक, सैन्य और कुटनीतिक तौर पर मजबूत चीन का विरोध झेल पाएगा।

इसमें कहा गया है कि चीन की जीडीपी भारत की अपेक्षा कई गुना ज्यादा है, हिंद महासागर तक पहुंचने की सैन्य क्षमता है, हमारे संबंध भारत के पड़ोसी देशों से अच्छे हैं, ऐसे में अगर चीन भारत के साथ भूराजनैतिक और भूरणनीतिक खेल में शामिल हो जाए तो क्या चीन भारत से मात खा जाएगा?

ये भी पढ़ें: दलाई लामा की अरुणाचल यात्रा पर चीन की धमकी, कहा- संप्रभुता की रक्षा के लिये उठाएगा जरूरी कदम

सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया है कि पूर्वोत्तर का राज्य अरुणाचल प्रदेश का अधिकतम हिस्सा तिब्बत का है।

अखबार ने धर्मशाला में रह रहे दलाई लामा को अलगाववादी करार दिय है। चीन की सीमा पाक-अधिकृत कश्मीर (PoK) और जम्मू-कश्मीर के लद्दाख की सीमा से जुड़ी हुई है। चीनी मीडिया के अलावा, वहां के अधिकारियों और विशेषज्ञों ने भी भारत पर निशाना साधा है।

तिब्बत के 81 वर्षीय आध्यात्मिक नेता अरूणाचल प्रदेश के तवांग में हैं और वो बुधवार को पश्चिमी कामेंग जिले के बोमडिला पहुंचे थे।

ये भी पढ़ें: बीमार विनोद खन्ना का फोटो हुआ वायरल, क्या वो कैंसर से हैं पीड़ित ?

उनका अरुणाचल जाना चीन को नागवार गुज़र रही है। वो पहले से ही दलाई लामा की इस यात्रा का विरोध कर रहा है। उसन् भारत को धमकी भी दी थी कि दलाई लामा की इस यात्रा से भारत और चीन के रिश्तों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंच सकता है।

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ शुन यिंग ने चेतावनी देते हुए कहा था, 'भारत ने चीन की तमाम चिंताओं को दरकिनार कर हठपूर्वक दलाई लामा की यात्रा को मंजूरी दी है। इसके कारण चीन के हितों की अनदेखी हुई है और दोनों देशों के संबंधों को गंभीर रूप से क्षति पहुंची है।'

चीनी विदेश मंत्रालय ने भारत को चेतावनी देते हुए कहा है कि चीन अपनी सीमाओं की संप्रभुता की रक्षा के लिये अब 'ज़रूरी कदम' उठाएगा। साथ ही उसने कहा है कि भारत का ये कदम उकसाने वाला है।

ये भी पढ़ें: बाबरी मस्जिद विध्वंस षड्यंत्र मामले में सीबीआई की सुप्रीम कोर्ट से मांग, आडवाणी, जोशी और उमा पर चले संयुक्त ट्रायल

हालांकि भारत इस यात्रा को लगातार एक धार्मिक यात्रा करार दे रहा है और कह रहा है कि इसके राजनीतिक अर्थ न निकाले जाएं।

ये भी पढ़ें: IPL 10 के महाकुंभ में भिड़ेंगी राइज़िंग पुणे जाइंटस और मुंबई इंडियन्स, MI का पलड़ा भारी