logo-image

येदियुरप्पा का दावा, 15 दिनों में नहीं दो दिनों में साबित करुंगा बहुमत

बीजेपी के नेता और राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने दावा किया है कि वह दो दिनों में बहुमत साबित कर देंगे।

Updated on: 17 May 2018, 11:27 PM

नई दिल्ली:

कर्नाटक में जारी सियासी उठापठक के बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता और राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने दावा किया है कि वह दो दिनों में बहुमत साबित कर देंगे।

बता दें कि आज (गुरुवार) सुबह ही येदियुरप्पा ने राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। राज्य के राज्यपाल वजूभाई वाला ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।

बहुमत सिद्ध करने के लिए राज्यपाल ने येदियुरप्पा सरकार को 15 दिनों का समय दिया है। राज्यपाल के इस फैसले के खिलाफ कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) के कार्यकर्ता कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

वहीं शपथ ग्रहण के खिलाफ जेडीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एचडी देवेगौड़ा ने विधानसभा में गांधी प्रतिमा के पास बैठकर राज्यपाल के फैसले पर विरोध जताया।

बता दें कि राज्य में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। 104 सीटें जीतकर बीजेपी राज्य में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है।

इस चुनाव में कांग्रेस को 78 और जेडीएस गठबंधन को 38 सीटों पर जीत हासिल हुई है। इस चुनाव में अन्य और निर्दलीय के खाते में 2 सीटें आई है।

इसे भी पढ़ेंः BJP के बहुमत के दावे पर सवाल, विधायकों को केरल भेजेगी कांग्रेस-JDS

मुख्यमंत्री का शपथ लेने के बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने येदियुरप्पा को महज एक दिन का मुख्यमंत्री बताया है। राज्य में जारी सियासी घमासान के बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूरे घटनाक्रम पर कहा कि देश कर्नाटक में लोकतंत्र की हत्या का शोक मनाएगा।

राज्य विधानसभा में विश्वासमत हासिल करने के लिए बीजेपी जहां पूरी कोशिश में जुटी हुई है तो कांग्रेस और जेडीएस ने अपने-अपने विधायकों को राज्य के बाहर भेजने की कोशिश में है।

कांग्रेस और जेडीएस लगातार बीजेपी पर अपने विधायकों के खरीद फरोख्त करने की कोशिश का आरोप लगा रहीं है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बीजेपी के कुछ लोग उसके विधायकों को घूस देने के लिए रिसॉर्ट में घुस आए।

शपथ लेने के थोड़ी देर बाद ही येदियुरप्पा ने राज्य के कई बड़े प्रशासनिक अधिकारियों का तबादला करने का आदेश जारी किया है। इसमें सूबे के कई वरिष्ठ आईएएस और आईपीएस शामिल हैं।

सभी राज्यों की खबरों को पढ़न के लिए यहां क्लिक करें