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राहुल गांधी का पीएम मोदी पर तंज- कहाँ है 'न खाऊँगा, न खाने दूँगा' कहने वाला देश का चौकीदार

नीरव मोदी फर्जीवाड़े को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर निशाना साधा।

Updated on: 19 Feb 2018, 05:39 PM

highlights

  • राहुल गांधी ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर साधा निशाना- कहाँ है 'न खाऊँगा, न खाने दूँगा'
  • कहा कि पीएम अब घोटालेबाजों को बचाने में जुटे है

नई दिल्ली:

नीरव मोदी फर्जीवाड़े को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाने का वादा करने वाले पीएम अब घोटालेबाजों को बचाने में जुटी है।

राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ' पहले ललित फिर माल्या, अब नीरव भी हुआ फरार, कहाँ है 'न खाऊँगा, न खाने दूँगा' कहने वाला देश का चौकीदार? साहेब की खामोशी का राज़ जानने को जनता बेकरार, उनकी चुप्पी चीख चीख कर बताए, वो किसके हैं वफादार।'

राहुल गांधी ने अपनी इस कविता के जरिये पीएम मोदी से मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में फंसे आईपीएल किंग ललित मोदी के य़ूके भाग जाने, 9000 करोड़ का लोन चुकाने के बजाय देश बाहर भाग गए किंगफिशर के मालिक विजय माल्या को लेकर तंज कसा।

कांग्रेस अध्यक्ष ने रविवार को भी पीएम मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया था, ''पीएम मोदी बच्चों को परीक्षा पास करने के तरीकों के बारे में 2 घंटों तक बता रहे हैं, लेकिन 22,000 करोड़ रुपये के बैंकिंग घोटाले पर वह 2 मिनट भी नहीं बोल रहे।'

आगे कांग्रेस अध्यक्ष ने वित्तमंत्री पर निशाना साधते हुए लिखा, 'मिस्टर जेटली भी छिपे हुए हैं। एक दोषी की तरह व्यवहार करना बंद करिये और इस मामले पर कुछ बोलिए।'

आख़िर में राहुल ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए हैशटैग किया है #ModiRobsIndia.

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क्या है मामला

पीएनबी के खुलासे के बाद देश की राजनीति में भूचाल मचा हुआ है। इस बड़े बैंकिंग घोटाले के लिए कांग्रेस जहां मोदी सरकार को जिम्मेदार बता रही है वहीं बीजेपी इसे कांग्रेस सरकार के कार्यकाल का घोटाला कह रह रही है।

खासबात यह है कि पीएनबी की मुंबई स्थित एक शाखा से अवैध तरीके से 11,515 करोड़ रुपये का लेन-देन का आरोप हीरा कारोबारी नीरव मोदी पर लगा है।

पीएनबी के मुताबिक गलत तरीके से लेटर्स ऑफ अंडरटेंकिंग (एलओयू) जारी कर घपला किया गया और कोई ट्रांजैक्शन केंद्रीकृत बैंकिग प्रणाली से नहीं हुआ।

इसमें बैंक के जूनियर अफसर भी शामिल हैं। धोखाधड़ी के इस मामले में विदेशी करेंसी खाते में पैसे भेजे गए थे।

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