तोगड़िया ने लिखा ख़त, कहा- सत्ता की ताक़त में अपने वादे को न भूलें पीएम
चिट्ठी में उन्होंने लिखा कि पीएम को सत्ता की ताक़त में बहने के बजाए अपने वादों को पूरा करने में ध्यान लगाना चाहिए।
नई दिल्ली:
विश्व हिन्दू परिषद के नेता प्रवीण तोगड़िया की नाराज़गी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर बढ़ती ही जा रही है।
हालांकि इस दूरी को कम करने के लिए तोगड़िया ने पीएम मोदी को एक चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में उन्होंने लिखा कि पीएम को सत्ता की ताक़त में बहने के बजाए अपने वादों को पूरा करने में ध्यान लगाना चाहिए।
पत्र में तोगड़िया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने वादों को पूरा करने, खासकर अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण और समान नागरिक संहिता लागू करने की मांग की है।
उन्होंने लिखा कि चुनाव जीतना आंकड़ों, मतदाता सूची और ईवीएम का खेल है, लेकिन वादे पूरे कर प्रजा अनुकूल नेता बना जाता है।
आगे उन्होंने शुरुआती दिनों को याद करते हुए लिखा, 'समय समय पर देश के गुजरात के और आप के भी जीवन में जो भी प्रश्न उपस्थित होते गए, हम दोनों ने साथ रहकर बहुत काम किया। हमारे घर, कार्यालय में आप का आना, साथ में भोजन चाय... ठहाके लगाकर हंसना, मुझे विश्वास है आप कुछ भी नहीं भूले होंगे।
उन्होंने आगे लिखा कि 'सत्ता मिलने के साथ आपने हमसे और मूल विचारधारा से ही दूरी बना ली है। इसके बावजूद हमारे दिल में आज भी बातचीत की उम्मीद है और इसलिए इस पत्र में दिए गए मुद्दों पर आपसे संवाद करने के लिए मिलना चाहता हूं, मुझे विश्वास है कि आप जल्द ही मुलाक़ात के लिए समय निकालेंगे।
तोगड़िया ने बाद में संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि उनकी और मोदी की पिछले 12 साल से मुलाकात या बातचीत नहीं हुई है लेकिन वह अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण सहित हिंदुओं से किए गए वादों को पूरा करने के लिए अपने‘ मोटा भाई( बड़े भाई) से भेंट करना चाहेंगे।
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