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सुप्रीम कोर्ट का फैसला नहीं आया पक्ष में तो संसद के जरिए बनवाएंगे राम मंदिर: केशव प्रसाद मौर्य

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, 'जब दोनों विकल्प समाप्त होते हैं फिर हम तीसरे विकल्प की ओर बढ़ेंगे। कोर्ट से बात नहीं बनी तो संसद के रास्ते इसका हल निकाला जाएगा।'

Updated on: 20 Aug 2018, 02:01 PM

नई दिल्ली:

अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या का राम मंदिर मामला एक बार फिर से तूल पकड़ने लगा है। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि उनकी सरकार अयोध्या में राम मंदिर बनाने को लेकर प्रतिबद्ध है फिर चाहे इसके लिए संसद का सहारा ही क्यों न लेना पड़े। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, 'जब दोनों विकल्प खत्म हो जाएंगे तो तीसरा विकल्प संसद से राम मंदिर निर्माण कराने की दिशा में बढ़ेंगे। हालांकि, अभी यह मुद्दा माननीय सुप्रीम कोर्ट के पास है। आपसी सहमति समेत दोनों विकल्पों से बात न बनने पर यही रास्ता शेष रह जाएगा।'

कांग्रेस पर हमला बोलते हुए यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, 'जब दोनों विकल्प समाप्त होते हैं फिर हम तीसरे विकल्प की ओर बढ़ेंगे। कोर्ट से बात नहीं बनी तो संसद के रास्ते इसका हल निकाला जाएगा।'

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, 'तुष्टीकरण की राजनीति ने राम मंदिर को लंबे समय तक रोककर रखा। विश्व हिंदू परिषद ने जब आंदोलन किया तब जाकर ताला खुला। हम लोग सर्वोच्च न्यायालय से अपील और अपेक्षा करते हैं कि जल्द से जल्द इस मामले में निर्णय आए। हर राम भक्त की यही इच्छा है कि राम मंदिर बने। भारतीय जनता पार्टी ने इस प्रस्ताव पास करके रखा है।'

उन्होंने कहा कि कांग्रेस मंदिर निर्माण का विरोध करती रहती है। राम जन्मभूमि का मामला न 2019 के बाद का मामला है न पहले का है। राम जन्मभूमि का मामला राम जन्मभूमि का है।