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राज्यसभा पहुंचे अरुण जेटली ने नहीं मिलाया पीएम नरेंद्र मोदी से हाथ, आखिर क्यों? यहां पढ़ें

राज्यसभा के सदस्यों ने गुरुवार को केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। जेटली किडनी ट्रांसप्लांट के बाद पहली बार ऊपरी सदन में पहुंचे थे।

Updated on: 10 Aug 2018, 01:54 PM

नई दिल्ली:

राज्यसभा के सदस्यों ने गुरुवार को केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। जेटली किडनी ट्रांसप्लांट के बाद पहली बार ऊपरी सदन में पहुंचे थे। सभी सदस्यों ने पार्टी लाइन से हटकर जेटली का मेजें थपथपाकर स्वागत किया। जेटली राज्यसभा में सदन के नेता हैं। इसके बाद जेटली ने राज्यसभा के उपसभापति के चुनाव के लिए अपना वोट दिया। सभापति एम.वेकैंया नायडू ने सांसदों से जेटली के करीब नहीं जाने या उन्हें नहीं छूने का आग्रह किया। ऐसा उन्होंने संभवतया चिकित्सकीय परामर्श की वजह से कहा।

सदन में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जेटली से हाथ मिलाने ही जा रहे थे, लेकिन बाद में सिर्फ नमस्कार कर बधाई दी।

जेटली के 14 मई को किडनी ट्रांसप्लांट से गुजरने के बाद यह उनकी पहली सार्वजनिक उपस्थिति थी। हालांकि, वह सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं और ब्लॉग लिखकर विभिन्न राजनीतिक व आर्थिक मुद्दों पर सरकार की राय रख रहे हैं।

उन्होंने बीते महीने वस्तु व सेवा कर की पहली वर्षगांठ पर टेलीकांफ्रेंसिंग के जरिए एक समारोह को संबोधित किया। अगले हफ्ते से कार्यभार संभालने की उम्मीद है।

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राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन समर्थित उम्मीदवार हरिवंश नारायण सिंह के उपसभापति पद पर चुनाव के बाद सदन में बोलते हुए जेटली ने हरिवंश को बधाई दी।

जेटली ने कहा, 'जिन्होंने इस सदन की परंपरा को बनाया, उन्होंने उपसभापति की एक सीट को विपक्ष के नेता के बगल में देते हुए जरूर कुछ सोचा होगा। शायद यह व्यवस्था इसलिए ऐसी की गई कि आप (हरिवंश) आजाद साहब (गुलाम नबी) के बगल में बैठते हैं, लेकिन हमें देखते हैं।'

इस परिहास युक्त टिप्पणी पर सदस्यों ने ठहाके लगाए और मेज थपथपाई।