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लंगूर से नहीं हुआ इंसान का विकास, गलत है डार्विन का सिद्धांत: केंद्रीय मंत्री सतपाल सिंह

न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत पर भारतीय दावेदारी ठोंकने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री सतपाल सिंह ने चार्ल्स डार्विन के क्रमिक विकास के सिद्धांत को गलत करार दिया है।

Updated on: 21 Jan 2018, 10:01 AM

highlights

  • बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री सतपाल सिंह ने चार्ल्स डार्विन के क्रमिक विकास के सिद्धांत को गलत करार दिया है
  • केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सिंह ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने लंगूर को आदमी बनते देखा है, इसलिए डार्विन का वैज्ञानिक सिद्धांत गलत है

नई दिल्ली:

न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत पर भारतीय दावेदारी ठोंकने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री सतपाल सिंह ने चार्ल्स डार्विन के क्रमिक विकास के सिद्धांत को गलत करार दिया है।

बागपत से सांसद और केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सिंह ने कहा कि किसी ने भी लंगूर को आदमी बनते नहीं देखा है, इसलिए डार्विन का वैज्ञानिक सिद्धांत गलत है।

सिंह ने कहा, 'हमारे पूर्वजों और किसी ने भी लंगूर को आदमी बनते नहीं देखा है। डार्विन का (क्रमिक विकास) का सिद्धांत वैज्ञानिक तौर पर गलत है और इसे स्कूलों और कॉलेजों में बदले जाने की जरूरत है।'

उन्होंने कहा, 'जब से इस धरती पर आदमी को देखा गया है वह आदमी ही है और आदमी ही बना रहेगा।'

गौरतलब है कि सिंह के पहले राजस्थान सरकार के शिक्षा मंत्री ने गुरुत्वाकर्षण के नियम की खोज को लेकर बेतुका दावा किया था। वसुंधरा राजे सरकार वासुदेव देवनानी ने कहा था कि गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत न्यूटन ने नहीं ब्रह्मगुप्त द्वितीय ने दिया था।

जयपुर में राजस्थान यूनिवर्सिटी के 72वें स्थापना दिवस समारोह में उन्होंने कहा, 'अभी मैं तीन चार दिन पहले पढ़ रहा था, की न्यूटन का....गुरुत्वाकर्षण का नियम किसने दिया? तो बताया की न्यूटन ने किया, मैंने भी पढ़ा, आपने भी पढ़ा, गहराई में जाएंगे, तो ब्रह्मगुप्ता द्वितीय ने उससे एक हजार साल पहले की गुरुत्वाकर्ष का नियम दिया था।'

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