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पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ ट्रांसपोर्ट संगठन ने शुरू की अनिश्चितकालीन हड़ताल

पेट्रोल और डीजल की कीमतों को कम कराने के लिए ऑल इंडिया कॉन्फेडरेशन ऑफ गुड्स वेहिक्ल ऑनर्स एसोसिएशन (एआईसीजीवीओ) ने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है।

Updated on: 18 Jun 2018, 11:05 AM

highlights

  • हड़ताल को लेकर देश भर में 50 लाख ट्रक सड़कों पर नहीं दिखेंगे
  • फलों, सब्जियों और अन्य सामानों की आवाजाही कम होने से दाम बढ़ेंगे
  • तेल की कीमतों को जीएसटी में लाने और थर्ड पार्टी इंश्योरेंस को लेकर भी है गुस्सा

नई दिल्ली:

पेट्रोल और डीजल की कीमतों को कम कराने के लिए ऑल इंडिया कॉन्फेडरेशन ऑफ गुड्स वेहिक्ल ऑनर्स एसोसिएशन (एआईसीजीवीओ) ने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है।

संगठन के अनुसार, तेल की कीमतों को शीघ्र कराने की मांग को लेकर देश भर में 50 लाख ट्रक सड़कों पर नहीं दिखेंगे।

एआईसीजीवीओ के अध्यक्ष चन्ना रेड्डी ने कहा, 'सरकार का तर्क यह है कि ईंधन की कीमत में वृद्धि अंतर्राष्ट्रीय कीमतों के कारण हुई। लेकिन हमें लगता है कि मूल्य वृद्धि का कारण अंतर्राष्ट्रीय कीमतें नहीं बल्कि केंद्र और राज्यों द्वारा लगाए गए उच्च कर हैं।'

बता दें कि इससे पहले ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) ने भी 20 जुलाई से इसी मांग के साथ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा कर रखी है।

पेट्रोल डीजल की कीमतों में कमी, तेल की कीमतों को जीएसटी के अंदर लाने और थर्ड पार्टी इंश्योरेंस प्रीमियम में कटौती भी मांगों में शामिल है।

द इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलेपमेंट अथॉरिटी आफ इंडिया (आईआरडीएआई) ने कहा कि थर्ड पार्टी देनदारी बीमा को साल 2018-19 के लिए बदलाव कर 30 फीसदी कर दिया है।

बता दें कि एआईसीजीवीओ ने हड़ताल की घोषणा 23 अप्रैल को ही की थी।

ट्रक संगठनों के हड़ताल से कई राज्यों में फलों, सब्जियों और अन्य सामानों की आवाजाही कम हो जाएगी जिसके कारण इन सामानों की कीमतें बढ़ सकती हैं।

सरकारी तेल कंपनियां पिछले साल जून से रोजाना तेल के दामों को निर्धारित कर रही हैं। पिछले कुछ दिनों में तेल की कीमतें लगातार तेजी से बढ़ी थीं।

हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें कम होने के कारण पिछले कुछ दिनों से देश में तेल की कीमतों में रोजाना मामूली तौर पर कटौती की जा रही है।

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