तमिलनाडु: मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद किसानों ने वापस लिया आंदोलन
तमिलनाडु के किसानों ने राज्य सरकार के आश्वासन के बाद अपने विरोध-प्रदर्शन को वापस कर लिया है।
highlights
- तमिलनाडु के किसानों ने मुख्यमंत्री से आश्वासन मिलने के बाद वापस लिया विरोध-प्रदर्शन
- दो महीने में मांग पूरी नहीं होने पर विरोध प्रदर्शन फिर बहाल करने की दी चेतावनी
नई दिल्ली:
मध्य प्रदेश के किसानों के आंदोलन के बाद सड़कों पर उतरे तमिलनाडु के किसानों ने राज्य सरकार के आश्वासन के बाद अपने विरोध-प्रदर्शन को वापस कर लिया है। किसानों ने कहा कि अगर राज्य सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है तो वह 2 महीने के बाद फिर से आंदोलन करेंगे। तमिलनाडु के किसानों ने यह विरोध-प्रदर्शन राज्य और केंद्र सरकार को उनके वादे को पूरा किए जाने की याद दिलाने के लिए किया है।
TN farmers call off protest after assurance by state govt that their demands will be met in 2 months,say will start again if demands not met
— ANI (@ANI_news) June 10, 2017
जंतर-मंतर पर तमिल किसानों की अगुआई कर चुके अयाकुन्नु ने कहा, 'मुख्यमंत्री पलानीसामी से मिलने के बद हमने आंदोलन को रोक दिया था क्योंकि उन्होंने हमें हमारी मांगों को पूरा किए जाने का वादा किया था। लेकिन अभी तक हमारी किसी मांग को पूरा नहीं किया जा सका है।'
उन्होंने आगे बताया कि मुख्यमंत्री से किसानों की शिकायतों के हल के लिए जरूरी कदम उठाने का आश्वासन मिलने के बाद विरोध-प्रदर्शन को अस्थायी रूप से खत्म करने का फैसला किया गया। अगर दो महीने में मांगें पूरी ना होंगी तो हम अपना विरोध प्रदर्शन बहाल कर देंगे।
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बता दें कि इन्हीं किसानों ने दो महीने पहले दिल्ली में जंतर-मंतर पर विरोध-प्रदर्शन किया था। मुख्यमंत्री पलानीसामी के मांगों का वादा पूरा करने के आश्वासन के बाद उन्होंने 23 अप्रैल को ये आंदोलन वापस लिया था।
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कई राज्यों में चल रहा है किसानों का आंदोलन
कर्जमाफी को लेकर देश के कई राज्यों में किसान आंदोलन कर रहे है। मध्यप्रदेस में किसान कर्ज माफी और फसल के उचित दाम की मांग को लेकर एक जून से आंदोलनर कर रहे हैं। इस दौरान मालवा निमाड़ क्षेत्र में हिंसा और आगजनी हुई, मंदसौर में तो पुलिस की गोली और पिटाई से छह किसानों की मौत हो चुकी है, वहां कर्फ्यू तक लगाना पड़ा। वहीं महराष्ट्र में भी किसानों का आंदोलन तेज होता जा रहा है।
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