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गरीबों का नेता कहे जाने वाले लालू प्रसाद बिहार के सबसे बड़े जमींदार: सुशील मोदी

बीजेपी के वरिष्ठ नेता मोदी ने आरोप लगाया कि बिहार में जब आरजेडी का शासन था, उस वक्त लालू प्रसाद ने कई बैनामा के जरिए पटना के पास करीब 2.5 एकड़ की शानदार जमीन खरीदी थी।

Updated on: 01 Jul 2018, 10:27 AM

नई दिल्ली:

बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) अध्यक्ष लालू यादव और उनके परिवार पर अपने कार्यकाल के दौरान अनियमित भूमि लेनदेन का आरोप लगाया है। सुशील मोदी ने दावा करते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री राज्य के सबसे बड़े जमींदार साबित हो रहे हैं।

बीजेपी के वरिष्ठ नेता मोदी ने आरोप लगाया कि बिहार में जब आरजेडी का शासन था, उस वक्त लालू प्रसाद ने कई बैनामा के जरिए पटना के पास करीब 2.5 एकड़ की शानदार जमीन खरीदी थी।

उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि कुछ साल पहले उस जमीन का पट्टा लालू के छोटे बेटे और पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के नाम कर दिया गया। यह '1991 साल की अवधि' के लिए किया गया, जिस दौरान उस व्यक्ति को सालाना महज 20,000 रुपये की रकम अदा करनी होगी, जिसके नाम पर लीज है।

गौरतलब है कि सुशील मोदी लालू परिवार पर पहले भी इस तरह का आरोप लगा चुके हैं।

मोदी ने एक बार फिर से आरोप लगाते हुए कहा, '1990 और 2005 के बीच, जिसे बिहार में लालू-राबड़ी शासनकाल भी कहा जा सकता है, करीब 2.5 एकड़ जमीन खरीदी खरीदी गई। लालू के बड़े भाई के दामाद से जुड़े लोगों के पक्ष में क्रियान्वित डीड के जरिए जमीन खरीदी गई, जो यहां एक पशुविज्ञान कॉलेज में चतुर्थ श्रेणी के कर्मी थे।'

बिहार के वित्त मंत्री मोदी ने कहा, '13 जून 2012 को कुल छह लोगों के मालिकाना हक वाली जमीन के पूरे हिस्से की लीज तेजस्वी यादव के नाम कर दी गई। पट्टे की अवधि 31 मई 2101 को खत्म होगी यानी जब आरजेडी के संभावित उत्तराधिकारी 110 साल के हो चुके होंगे।'

उन्होंने कहा, 'समूची अवधि के लिए तेजस्वी की ओर से भुगतान किया जाने वाला सालाना किराया महज 20,000 रुपये तय किया गया है जबकि मौजूदा दरों के हिसाब से इसे पांच लाख रुपये से ज्यादा होना चाहिए था।'

सुशील मोदी ने कहा, 'सवाल है कि कौन लाखों की जमीन खरीदकर उसे किसी को कौड़ियों के भाव लीज पर दे देगा? साफ तौर पर आरजेडी सुप्रीमो ने जमीन खरीदने के लिए अपना काला धन भेजा, दूर-दराज के रिश्तेदारों के नाम इसे पंजीकृत कराया ताकि आयकर के झमेलों से बच सकें और तब 91 साल की लीज के जरिये इसे अपनी कई पीढ़ियों के लिए सुरक्षित कर लिया।'

बीजेपी नेता ने कहा, 'अब तो यह अंदाजा लगाना भी मुश्किल हो गया है कि लालू ने इस तरह से कितनी जमीनें हासिल कीं। ऐसे और भी मामले सामने आ सकते हैं। ऐसा लगता है कि खुद को गरीबों का नेता कहने वाले लालू प्रसाद बिहार के सबसे बड़े जमींदार के तौर पर सामने आते जा रहे हैं।'

मोदी ने कहा, 'आयकर विभाग, सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय जैसी एजेंसियों को इस पर ध्यान देकर कार्रवाई करनी चाहिए। हम इन संपत्तियों के बारे में चुनाव आयोग को भी लिखेंगे, जिसे लालू परिवार के किसी सदस्य ने घोषित नहीं किया है।'

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