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न्यायपालिका के अंदरुनी मामलों को सुलझाने के लिए बाहरी व्यक्ति की जरूरत नहीं: जस्टिस कुरियन

जस्टिस कुरियन जोसेफ का कहना है कि इस समस्या को सुलझाने के लिए किसी बाहरी के दखल देने की आवश्यकता नहीं है।

Updated on: 14 Jan 2018, 10:23 AM

नई दिल्ली:

सुप्रीम कोर्ट की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने वाले चार शीर्ष जजों में से एक जस्टिस कुरियन जोसेफ का कहना है कि इस समस्या को सुलझाने के लिए किसी बाहरी के दखल देने की आवश्यकता नहीं है।

शनिवार को एक कार्यक्रम में पहुंचे जस्टिस जोसेफ ने कहा, 'यह कोई ऐसा मुद्दा नहीं है जिसमें बाहर के किसी व्यक्ति की मध्यस्थता की जरूरत है। यह संस्था का अंदरूनी मुद्दा है और संस्था इसका समाधान करेगी। संस्था के भीतर सुधार की जरूरत है।'

उन्होंने विश्वास जताया है कि चारों जजों के उठाए सवालों का जल्द ही समाधान मिल जाएगा।

उन्होंने कहा, 'एक मामला उठाया में आया है। निश्चित तौर पर अब जब मामला सामने आ गया है तो इसका हल भी निकल सकेगा। ऐसी समस्या भविष्य में नहीं दोहराई जाएगी।'

बता दें कि जस्टिस कुरियन जोसेफ, जस्टिस चेलामेश्वर, जस्टिस मदन लोकुर और जस्टिस रंजन गोगोई ने 12 जनवरी को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीजेआई दीपक मिश्रा पर मनपसंद जजों को महत्वपूर्ण मामले सौंपने का आरोप लगाया था। ऐसा पहली बार हुआ है, जब सुप्रीम कोर्ट के जजों ने किसी आंतरिक मामले को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की हो।

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