logo-image

सुप्रीम कोर्ट ने हिरासत में होने वाली मौत को लेकर NHRC को भेजा नोटिस

नागपुर जेल की पुलिस पर दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जी एन साईबाबा के साथ बर्बरता करने का आरोप लगा था।

Updated on: 09 Jan 2017, 10:19 PM

नई दिल्ली:

पुलिस हिरासत में होने वाली मौत और यातनाओं को लेकर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) को नोटिस भेजा है। हिरासत में होने वाले अमानवीय व्यवहार को रोकने के लिए कानून बनाए जाने की मांग को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए मानवाधिकार आयोग से उसकी प्रतिक्रिया मांगी है। 

मुख्य न्यायाधीश जे एस खेहर, जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और एल नागेश्वर राव की पीठ ने याचिका दायर करने वाले वकील से भी इस मामले में उनकी प्रतिक्रिया मांगी है। 

ये भी पढ़ें: सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ का फैसला, चुनाव में धर्म, जाति, संप्रदाय के नाम पर वोट मांगना गैरकानूनी

याचिका को वरिष्ठ वकील और पूर्व कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने दायर किया है। कोर्ट ने वरिष्ठ वकील कोलिन गोंसाल्वेस को इस मामले में न्याय मित्र नियुक्त किया है।

अश्विनी कुमार ने एक मामले का जिक्र करते हुए कहा कि नागपुर जेल की पुलिस पर दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जी एन साईबाबा के साथ बर्बरता करने का आरोप है। प्रोफेसर 90 प्रतिशत दिव्यांग थे और व्हीलचेयर पर जिंदगी जी रहे थे।