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डीएमके नेता स्टालिन ने केंद्र से किया आग्रह, कहा वह हाइड्रोकार्बन परियोजना को आगे न बढ़ाए

वहीं केंद्र सरकार ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया था कि फील्ड में काम तभी शुरू होगा, जब तमिलनाडु सरकार स्थानीय लोगों की चिंताओं का समाधान कर देगी।

Updated on: 28 Mar 2017, 07:28 PM

चेन्नई:

द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के कार्यकारी अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने मंगलवार को तमिलनाडु सरकार से कहा कि पुदुक्कोट्टई जिले में हाइड्रोकार्बन परियोजना पर केंद्र सरकार के पत्र में क्या लिखा है, वह इसका खुलासा करे। स्टालिन ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री के. पलनीस्वामी को केंद्र सरकार के पत्र में जो कुछ भी है, उसका पारदर्शी तरीके से खुलासा करना चाहिए।

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स्टालिन ने केंद्र से आग्रह किया कि वह परियोजना को आगे न बढ़ाए, क्योंकि इससे नेदुवासल गांव की कृषि गतिविधियां प्रभावित होंगी।

उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने सोमवार को डिस्कवर्ड स्मॉल फील्ड (डीएसएफ) बिड राउंड 2016 के तहत फील्ड्स अवार्ड के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर किए।

एक समझौता जेम लेबोरेटरिज से जुड़ा है, जो पुदुक्कोट्टई के नेदुवासल में फील्ड का आवंटन करता है।

नेदुवासल के लोगों ने परियोजना का विरोध किया है और कई दिनों तक विरोध-प्रदर्शन किया है।

पलनीस्वामी ने कहा कि राज्य सरकार परियोजना के लिए समझौते को मंजूरी नहीं देगी।

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मंत्रियों ने नेदुवासल के लोगों के प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया है कि फील्ड में काम तभी शुरू होगा, जब राज्य सरकार स्थानीय लोगों की चिंताओं का समाधान केंद्र सरकार के साथ मिलकर नहीं कर लेती।

वहीं केंद्र सरकार ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया था कि फील्ड में काम तभी शुरू होगा, जब तमिलनाडु सरकार स्थानीय लोगों की चिंताओं का समाधान कर देगी।

स्टालिन ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कंपनियों के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर करना अचंभित करने वाला कदम है।