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पार्टी के नैशनल प्रेसिडेंट पद से हटाए जाने के बाद बोले मुलायम, मैं ही हूं सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष और अखिलेश यूपी के सीएम

मुलायम सिंह यादव अब अखिलेश यादव के साथ आर-पार की लड़ाई का मन बना चुके हैं। समाजवादी पार्टी से बेदखल किए जाने के बाद मुलायम सिंह ने साफ कर दिया है कि वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष है।

Updated on: 09 Jan 2017, 12:03 AM

New Delhi:

मुलायम सिंह यादव अब अखिलेश यादव के साथ आर-पार की लड़ाई का मन बना चुके हैं। समाजवादी पार्टी से बेदखल किए जाने के बाद मुलायम सिंह ने साफ कर दिया है कि वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष है और अखिलेश उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री है। 

रविवार शाम दिल्ली में अमर सिंह की मौजूदगी में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, 'मैं अभी भी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष हूं और शिवपाल पार्टी की उत्तर प्रदेश ईकाई के अध्यक्ष है।' मुलायम ने कहा कि जिस अधिवेशन को रामगोपाल ने बुलाया था वह फर्जी अधिवेशन था। 

मुलायम सिंह के बयान के बाद अब यह साफ हो गया है कि सपा की दावेदारी को लेकर अब चुनाव आयोग में ही अंतिम फैसला होगा।

मुलायम ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान अखिलेश को लेकर कुछ नहीं बोला। इससे पहले रामगोपाल यादव ने पार्टी का अधिवेशन बुलाया था, जिसमें मुलायम सिंह यादव को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाकर मार्गदर्शक मंडल में भेज दिया गया था। इसके साथ ही शिवपाल यादव को उत्तर प्रदेश सपा के अध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिया गया था। अधिवेशन में अखिलेश यादव को पार्टी का नैशनल प्रेसिडेंट बनाया गया था।

पार्टी के नैशनल प्रेसिडेंट के पोस्ट से हटाए जाने के बाद अखिलेश और मुलायम सिंह यादव के बीच कई दौर की बातचीत हुई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल पाया। दोनों खेमों ने इस बीच पार्टी के चुनाव चिह्न को लेकर चुनाव आयोग में अपनी दावेदारी पेश की थी।

चुनाव चिह्न की दावेदारी को लेकर चुनाव आयोग ने दोनों पक्ष को 9 जनवरी को अपना-अपना बहुमत पेश करने को कहा है। अखिलेश खेमे की तरफ से रामगोपाल पार्टी के करीब 300 से अधिक विधायकों, पार्षदों और सांसदों का लिखित हलफनामा पेश कर चुके हैं।

माना जा रहा था कि चुनाव चिह्न को जब्त होने के बचाने के लिए दोनों पक्ष में सुलह हो सकती है। लेकिन मुलायम सिंह यादव के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद यह बात साफ हो गई है कि अब पिता और बेटे में कोई सुलह नहीं होने वाली है।

सूत्रों के मुताबिक 9 जनवरी को बैठक में मुलायम सिंह यादव चुनाव आयोग को रामगोपाल यादव की तरफ से जमा किए गए लिखित हलफनामे की प्रमाणिकता जांचने के लिए कहेंगे।

इससे पहले अमर सिंह ने भी रामगोपाल यादव की तरफ से चुनाव आयोग में जमा कराए गए लिखित हलफनामे पर सवाल उठाया था। अमर सिंह के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, 'फर्जी लोग फर्जी ही बातें करते हैं। हम ऐसा नहीं करते हैं।'

रामगोपाल यादव ने मुलायम सिंह यादव के करीबियों पर निशाना साधते हुए कहा, 'ये लोग नेताजी को पिछले एक या दो सालों से सोचने का मौका नहीं दे रहे हैं। ये लोग नेताजी को गलत सूचना दे रहे हैं।'

रामगोपाल यादव ने कहा, 'असली समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग को प्रमाण सौंप दिए हैं। हमने यह सभी दस्तावेज नेताजी को भी भेजा था लेकिन उन्होंने इसे लेने से मना कर दिया।'

  • HIGHLIGHTS
  • बाप-बेटे में नहीं हुई सुलह, मुलायम ने कहा अभी भी मैं ही हूं सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष
  • इससे पहले पार्टी के अधिवेशन में मुलायम को पार्टी के नैशनल प्रेसिडेंट के पद से हटा दिया गया था
  • पार्टी के चुनाव चिह्न की दावेदारी को लेकर चुनाव आयोग ने 9 जनवरी को दोनों खेमों को अपना बहुमत पेश करने को कहा है