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कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया की आखिरी स्पीच, बोलीं- राहुल पर हुए व्यक्तिगत हमलों ने बनाया निडर, 10 खास बातें

सोनिया गांधी ने आखिरी बार कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस बीच कांग्रेस कार्यकर्ताओं के पटाखे फोड़ने की वजह से उन्हें तीन बार अपनी स्पीच रोकनी पड़ी।

Updated on: 16 Dec 2017, 01:01 PM

नई दिल्ली:

राहुल गांधी ने शनिवार को कांग्रेस की कमान संभाल ली। उन्होंने आज आधिकारिक तौर पर पार्टी का अध्यक्ष पद संभाल लिया। पिछले 19 सालों से उनकी मां सोनिया गांधी के हाथों में कांग्रेस की बागडोर थी।

इस मौके पर सोनिया गांधी ने आखिरी बार कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस बीच कांग्रेस कार्यकर्ताओं के पटाखे फोड़ने की वजह से उन्हें तीन बार अपनी स्पीच रोकनी पड़ी।

आखिरी स्पीच के दौरान सोनिया गांधी द्वारा कही गई मुख्य बातें-

1.सोनिया गांधी ने कहा- 'मैं राहुल को अध्यक्ष बनने की शुभकामनाएं, बधाई और आशीर्वाद देती हूं। आज मैं आखिरी बार कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर संबोधित कर रही हूं। आपके सामने अब एक नया दौर है। अब आप सबको एक नई शुरुआत करनी है।'

2.उन्होंने कहा- '20 साल पहले जब आपने मुझे अध्यक्ष पद के लिए चुना और मैं इसी तरह संबोधित करने के लिए खड़ी थी। मुझे घबराहट थी कि कैसे इस संगठन को संभालूंगी। तब मेरे सामने एक कठिन कर्तव्य था। तब तक मेरा राजनीति से बहुत वास्ता नहीं पड़ा था।'

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3.सोनिया ने कहा, 'मैं जिस परिवार में ब्याह कर आई, वह क्रांतिकारी परिवार था। उस परिवार का एक-एक सदस्य जेल जा सकता था। देश ही उनका जीवन था। इंदिरा जी से मैंने काफी कुछ सीखा। उनकी मौत के बाद मुझे लगा कि मेरी मां मुझसे छिन गईं।'

उन्होंने कहा - 'मैं अपने बच्चों को राजनीति से दूर रखना चाहती थी। इंदिरा जी के बाद मेरे पति राजीव ने जिम्मेदारी को समझा, प्रधानमंत्री पद संभाला। पूरे देश की समस्याओं को जाना। इंदिराजी की हत्या के 7 साल बाद राजीव जी को भी मार दिया गया।'

4.सोनिया बोली, 'देश के प्रति अपने कर्तव्य को समझते हुए मैं राजनीति में आई। उस वक्त 3 राज्यों में कांग्रेस की सरकारें थीं। केंद्र से भी हम काफी दूर थे। आप सबके सहयोग से हमने बेमिसाल कामयाबी हासिल की।'

5.सोनिया ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी के लाखों कार्यकर्ता मेरे साथ इस सफर के साथी रहे हैं। आपने हमेशा मेरा साथ दिया है। इसकी तुलना नहीं हो सकती। मेरे शुरुआती दौर में एकजुट रखने की कोशिश की थी।'

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6.उन्होने कहा, '2004 से 2014 तक हमने अन्य पार्टियों के साथ मिलकर देश को एक प्रगतिशील सरकार दी। इस जिम्मेदारी को डॉ. मनमोहन सिंह ने बड़ी जिम्मेदारी के साथ संभाला। इस दौरान हमने जो कानून बनाए वो करोड़ों लोगों के फायदे के लिए थे।'

7.सोनिया ने कहा, '2014 से हम विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं। आज जो चुनौती है, वो कभी नहीं रही। हम कई चुनाव हार चुके हैं। संवैधानिक मूल्यों पर हमला किया जा रहा है। लेकिन हम पीछे नहीं हटेंगे।'

8.सोनिया बोली, 'देश और मूल्यों की रक्षा करना आपका मकसद है। हम सब जानते हैं कि मूल्यों पर किस तरह हमला किया जा रहा है। हर तरह से भय-संदेह का माहौल बनाया जा रहा है। कांग्रेस को भी अपने अंदर झांककर देखना होगा। अगर हम अपने मूल्यों पर खरे नहीं उतरेंगे तो बेहतर काम नहीं कर पाएंगे।'

9.सोनिया ने कहा- 'मुझे पूरी आशा है कि नवीन नेतृत्व से पार्टी में नया जोश आएगा। राहुल मेरा बेटा है, उसकी तारीफ करना मुझे अच्छा नहीं लगता। राजनीति में उसने एक ऐसे व्यक्ति का हमला झेला है, जिसने उसे एक निडर इंसान बनाया है। मुझे विश्वास है कि वे पार्टी का नेतृत्व पूरे धैर्य और जिम्मेदारी के साथ करेंगे।'

10.सोनिया ने कहा, '20 साल हो गए। करीब-करीब एक जीवन गुजर गया। आपके असीम प्यार और विश्वास के लिए शुक्रिया अदा करती हूं। आप सबको बहुत-बहुत धन्यवाद।'

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