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आंध्र प्रदेश बीजेपी बोली, जरूरत हो तो तोड़ लें टीडीपी से गठबंधन

आंध्र प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)- तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी) के बीच गठबंधन पर सस्पेंस जारी है।

Updated on: 20 Feb 2018, 08:42 AM

नई दिल्ली:

आंध्र प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)- तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी) गठबंधन पर सस्पेंस जारी है। राज्य बीजेपी ने केंद्रीय नेतृत्व से कहा है कि अगर गठबंधन टूट जाता है तो इससे पार्टी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

बीजेपी ने राज्य पर बजट में अनदेखी के आरोंपों पर कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली पब्लिक मीटिंग करें, जहां केंद्र सरकार ने पिछले चार सालों में राज्य को क्या दिया 'सभी तथ्य' सामने आ जाएंगे।

चंद्रबाबू नायडू की सरकार में एंडॉमेंट्स मंत्री पी मानिकला राव ने कहा, 'हमने दो विकल्प केंद्रीय नेतृत्व को दिया। अगर टीडीपी से गठबंधन टूट जाता है तो बीजेपी को कोई नुकसान नहीं होगा।'

उन्होंने कहा, 'अगर जरूरत हो तो गठबंधन टूट जाना चाहिए, इससे पहले की टीडीपी गठबंधन तोड़े।'

इस्तीफे पर क्या कुछ कहा चंद्रबाबू नायडू ने

इस बीच आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने साफ कर दिया है कि पार्टी सांसद इस्तीफा नहीं देंगे।

नायडू ने कहा है कि अगर हमारे सांसद इस्तीफा दे देंगे तो राज्य के लिए कौन लड़ेगा।

उन्होंने कहा, 'केंद्र को राज्य के साथ न्याय करना चाहिए, मैं सिर्फ न्याय की मांग कर रहा हूं। लेकिन वाईएसआरसीपी, बीजेपी दोनों ही मेरी आलोचना कर रहे हैं, कांग्रेस मुझे दोष दे रही है। यह अच्छी बात नहीं हे। कांग्रेस ने राज्य बंटवारे समय अन्याय किया। अब बीजेपी अपने वादे नहीं निभा रही है।'

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आंध्र प्रदेश और केंद्र सरकार में सहयोगी टीडीपी राज्य को विशेष राज्य का दर्जा देने, नए रेलवे जोन और नई राजधानी अमरावती के निर्माण के लिए राशि देने के वादे को पूरा करने की मांग कर रही है।

आम बजट 2018-19 में राज्य को कुछ खास तवज्जो नहीं मिलने के बाद से टीडीपी खुलकर केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। वहीं कांग्रेस और राज्य की मुख्य विपक्षी वाईएसआर कांग्रेस ने टीडीपी पर नाटक करने का आरोप लगाया है। साथ ही उनकी मांग है कि पार्टी सांसद इस्तीफा दें।

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