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राहुल गांधी के वार पर स्मृति ईरानी का पलटवार कहा- लगे रहो फिर भी हारोगे गुजरात

ईरानी ने राहुल के वार पर पलटवार करते हुए ट्विटर पर लिखा, 'जमानत पर बाहर एक व्यक्ति कोर्ट का मजाक उड़ा रहा है।

Updated on: 21 Oct 2017, 10:28 AM

highlights

  • जमानत पर बाहर एक व्यक्ति कोर्ट का मजाक उड़ा रहा है। लगे रहो भाई गुजरात फिर भी हारोगे, साल मुबारक: स्मृति ईरानी
  • राहुल गांधी ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर साधा था निशाना 
  • पिछले कई दिनों से राहुल गांधी गुजरात चुनाव में जय शाह मुद्दे को लेकर काफी आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं

नई दिल्ली:

गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला काफी तेज हो गया है। दोनों ट्वीट के माध्यम से एक-दूसरे पर तीखे शब्द बाणों की बौछार कर रहे हैं, जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहे हैं।

दरअसल, राहुल गांधी ने शुक्रवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह के केस को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था। इस पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने नैशनल हेराल्ड मामले को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष पर तंज कस दिया।

ईरानी ने राहुल के वार पर पलटवार करते हुए ट्विटर पर लिखा, 'जमानत पर बाहर एक व्यक्ति कोर्ट का मजाक उड़ा रहा है। लगे रहो भाई गुजरात फिर भी हारोगे, साल मुबारक'। स्मृति का इशारा नैशनल हेराल्ड केस की तरफ था, जिसमें कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को जमानत मिली हुई है।

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पिछले कई दिनों से राहुल गांधी गुजरात चुनाव में जय शाह के मुद्दे को लेकर काफी आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं। उनका ये तेवर सोशल मीडिया के साथ साथ गुजरात दौरे के दौरान भी दिखा।

बता दें मंगलवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष ने जय शाह को कानूनी मदद दिए जाने को लेकर भी बीजेपी पर हमला बोला था। राहुल ने रजनीकांत के दामाद धनुष के फेमस गाने 'कोलावेरी डी' की तर्ज पर ट्वीट किया था, 'शाह-जादा को सरकारी कानूनी मदद! वाइ दिस, वाइ दिस कोलावेरी डा?' एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'शाह- जादे को कानूनी सहारा, झंडा ऊंचा रहे हमारा!'

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गौरतलब है कि 2014 के चुनाव के दौरान मोदी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कहा था कि ना खाउंगा, ना खाने दूंगा। इसी तर्ज पर राहुल ने ट्वीट किया, 'मित्रों, शाह-जादे के बारे में ना बोलूंगा, ना बोलने दूंगा।'

हालांकि इस बार जब उन्होंने कोर्ट के फैसले को सीधे प्रधानमंत्री से जोड़ने की कोशिश की तो स्मृति इरानी ने जवाबी हमला करने में तनिक भी देर नहीं लगाई। इससे पहले ग्लोबल हंगरी सूचकांक से जुड़े आंकड़ों को लेकर भी राहुल और स्मृति के बीच ट्विटर पर जंग देखने को मिली थी।