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सीमा पर तनाव: भारत ने कहा, चीन से कूटनीतिक माध्यमों का हो रहा है इस्तेमाल

सिक्किम के डाकोला में सीमा पर तनाव जारी है। इस बीच भारत ने कहा है कि मामले को सुलझाने के लिए कूटनीतिक माध्यम का इस्तेमाल किया जा रहा है।

Updated on: 13 Jul 2017, 08:36 PM

highlights

  • भारत ने कहा, डाकोला में चीन के साथ पनपे ताजे विवाद को कूटनीतिक स्तर पर हल कर लिया जाएगा
  • मोदी-जिनपिंग के बीच क्या हुई बात पर बागले ने कहा, मैं इसे आपकी कल्पना और सहज बुद्धि पर छोड़ता हूं
  • भारत-चीन के बीच सीमाओं को लेकर डाकोला में पिछले तीन सप्ताह से तनाव जैसी स्थिति बनी हुई है

नई दिल्ली:

सिक्किम के डाकोला में सीमा पर तनाव जारी है। इस बीच भारत ने कहा है कि जिस तरह बीजिंग के साथ विवाद के मुद्दों को पहले कूटनीतिक माध्यम से हल किया जाता रहा है, उसी तरह डोकलम में सीमा को लेकर चीन के साथ पनपे ताजे विवाद को भी कूटनीतिक स्तर पर हल कर लिया जाएगा।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने गुरुवार को साप्ताहिक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संपर्क मौजूद हैं, जिनका आगे भी इस्तेमाल किया जाएगा।

उन्होंने हाल ही में जर्मनी के हैंबर्ग में हुए जी-20 सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच 'बातचीत' का संदर्भ देते हुए कहा कि 'दोनों नेताओं ने पिछले सप्ताह अनेक मुद्दों पर बातचीत की।'

बागले ने कहा, 'जहां तक डाकोला मुद्दे की बात है, आप जानते ही हैं हमारे कूटनीतिक संपर्क हैं। दोनों देशों में दूतावासों में दोनों देशों के प्रतिनिधि हैं और इस संपर्क का आगे भी इस्तेमाल किया जाएगा।'

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बागले से जब पूछा गया कि क्या मोदी और शी के बीच डाकोला मुद्दे को लेकर खासतौर पर बात हुई है, तो उन्होंने सवाल का सीधा जवाब देने से इनकार करते हुए कहा, 'मैं इसे आपकी कल्पना और सहज बुद्धि पर छोड़ता हूं कि दोनों नेताओं के बीच किन-किन मुद्दों पर बात हुई होगी।'

भारत और चीन के बीच भूटान से लगी दोनों देशों की सीमाओं को लेकर डाकोला में पिछले तीन सप्ताह से तनाव जैसी स्थिति बनी हुई है। यह विवाद चीन द्वारा डोकलम में सड़क के निर्माण को लेकर शुरू हुई।

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