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'बागी' शरद यादव और नीतीश में छिड़ी जुबानी जंग, यादव ने कहा-मुझे बेघर करने की हो रही कोशिश

जनता दल यूनाइटेड (जेडी-यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में एनडीए (राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन) में शामिल होने के प्रस्ताव पर मुहर लगाने के बाद 'बागी' नेता शरद यादव और नीतीश कुमार के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है।

Updated on: 19 Aug 2017, 06:15 PM

highlights

  • जेडीयू के एनडीए में शामिल होने के बाद नीतीश पर भड़के शरद यादव
  • शरद यादव ने कहा कि मुझे बेघर करने की कोशिश की जा रही है

नई दिल्ली:

जनता दल यूनाइटेड (जेडी-यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में एनडीए (राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन) में शामिल होने के प्रस्ताव पर मुहर लगाने के बाद 'बागी' नेता शरद यादव और नीतीश कुमार के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। 

राष्ट्रीय कार्यकारिणी के समानांतर पटना में बुलाई गई जन अदालत को संबोधित करते हुए यादव ने नीतीश कुमार पर जनता के भरोसे को तोड़ने का आरोप लगाया।

यादव ने कहा, 'गठबंधन का 5 साल का वादा था। जनता ने हमें अमानत दी थी और घोषणापत्र पार्टी का इमान होता है।' यादव ने कहा, 'बिहार में महागठबंधन की सरकार का पांच साल का दावा था। जब से यह टूटा, तब से देश में विकट हालात हैं।'

यादव ने कहा कि जेडी-यू मेरी पार्टी है और महागठबंधन जारी है। उन्होंने कहा, 'जिन्होंने जेडी-यू को बनाया, वहीं लोग कह रहे हैं कि यह उसका घर नहीं है। मैं तो पार्टी की कार्यकारिणी में भाग लेने आया था, लेकिन वह कहते हैं कि यह आपकी पार्टी नहीं है।'

उन्होंने स्पष्ट कहा कि उनको बेघर करने की कोशिश की जा रही है।

यादव ने कहा, 'वह (नीतीश खेमे को) मुझे और जेडी-यू के दूसरे नेताओं को पार्टी से बाहर फेंक कर तो दिखाएं। मैं सांझी विरासत कार्यक्रम के जरिये राष्ट्रीय स्तर पर फिर से महागठबंधन बनाने ती कोशिश करूंगा।'

यादव के बयान के बाद नीतीश ने पलटवार किया। नीतीश ने कहा, 'जब हम लोग 2013 में एनडीए से अलग हो रहे थे तब वह (शरद यादव) पार्टी के अध्यक्ष थे। तब क्यों नहीं रोका था?'

शरद ने इस दौरान मुलायम सिंह यादव पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहले नेता जी ने जनता परिवार को एकजुट नहीं होने दिया और अब नीतीश यही काम कर रहे हैं।

नीतीश के महागठबंधन तोड़कर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ सरकार बनाने से नाराज पार्टी के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने जेडी-यू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी से दूरी बनाते हुए पटना में ही 'जन अदालत' लगाने की घोषणा की थी।

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जेडी-यू की कार्यकारिणी में हालांकि शरद यादव के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। पार्टी ने यादव को चेतावनी देते हुए छोड़ दिया।

पार्टी नेता के सी त्यागी ने कहा कि अगर शरद यादव 27 अगस्त को होने वाली राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी )की रैली में लालू के साथ दिखाई देंगे फिर कार्रवाई होगी। पार्टी ने एक तरह से यादव को आखिरी मौका दिया है।

नीतीश कुमार ने पिछले महीने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस के साथ अपनी पार्टी के महागठबंधन से नाता तोड़कर बिहार में बीजेपी के साथ मिलकर नई सरकार बनाई।

इसके बाद से ही पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और सांसद शरद यादव तथा उनके समर्थक पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं।

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