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SGM मीटिंग में शामिल होने पर BCCI के पूर्व अध्यक्ष श्रीनिवासन और निरंजन शाह को सुप्रीम कोर्ट का नोटिस

सीओए ने सुप्रीम कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दायर कर एन श्रीनिवासन पर पारदर्शिता बनाए रखने में खलल डालने का आरोप लगाया।

Updated on: 14 Jul 2017, 05:28 PM

highlights

  • श्रीनिवासन को सुप्रीम कोर्ट ने भेजा नोटिस, एसजीएम बैठक में शामिल हुए थे पूर्व अध्यक्ष
  • सीओए ने अपने स्टेट्स रिपोर्ट में श्रीनिवासन पर लगाए कई आरोप

नई दिल्ली:

भारत में क्रिकेट को नियंत्रित करने वाली संस्था बीसीसीआई में सुप्रीम कोर्ट के नियुक्त किए गए क्रिकेट प्रशासक समिति (सीओए) ने पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन पर पारदर्शिता में बाधा डाला का आरोप लगाया है।

सीओए ने सुप्रीम कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दायर कर एन श्रीनिवासन पर पारदर्शिता बनाए रखने में खलल डालने का आरोप लगाया। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने श्रीनिवासन और निरंजन शाह को नोटिस जारी किया है।

सुप्रीम कोर्ट को सौंपे रिपोर्ट में सीओए ने कहा पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष श्रीनिवासन ने एसजीएम बैठक का में एक तिहाई समय बर्बाद कर दिया। इसके साथ ही रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि श्रीनिवासन ने पारदर्शिता लाने वाले प्रस्ताव का विरोध करने के लिए भी दूसरे लोगों को उकसाया। सीओए के रिपोर्ट के मुताबिक श्रीनिवासन ने निरंजन शाह के साथ मिलकर बैठक में अराजक स्थिति पैदा करने की भी कोशिश की।

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गौरतलब है कि बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन किसी भी राज्य असोसिएशन के सदस्य नहीं बन सकते लेकिन फिर भी उन्होंने तमिलनाडु क्रिकेट एशोसिएशन के प्रतिनिधि के तौर पर बोर्ड की एसजीएम (स्पेशल जनरल मीटिंग) में हिस्सा लिया था।

सीओए की रिपोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट ने आश्चर्य व्यक्त किया कि जब श्रीनिवासन किसी भी राज्य असोसिएशन के सदस्य बनने के लिए अयोग्य घोषित हो चुके हैं तो ऐसा शख्स तमिलनाडु क्रिकेट बोर्ड का प्रतिनिधि कैसे बन सकता है। इसपर अब सुप्रीम कोर्ट 24 जुलाई को अपना फैसला सुनाएगा।

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