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राष्ट्रपति चुनाव तक टला महागठबंधन का संकट, JDU की बैठक में तेजस्वी पर नहीं हुई कोई चर्चा

बिहार में महागठबंधन सरकार के भीतर मचा घमासान फिलहाल कुछ दिनों के लिए टल गया है।

Updated on: 16 Jul 2017, 11:41 PM

highlights

  • बिहार में महागठबंधन सरकार के भीतर मचा घमासान फिलहाल कुछ दिनों के लिए टल गया है
  • JDU की बैठक में तेजस्वी पर कोई चर्चा नहीं हुई, बल्कि पूरी बैठक राष्ट्रपति चुनाव को लेकर केंद्रित रही

नई दिल्ली:

बिहार में महागठबंधन सरकार के भीतर मचा घमासान फिलहाल कुछ दिनों के लिए टल गया है।

बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के मामले में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) को चार दिनों का अल्टीमेटम देने के बाद रविवार को पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के विधायकों की बैठक हुई।

हालांकि उम्मीद के उलट इस बैठक में तेजस्वी पर कोई चर्चा नहीं हुई, बल्कि पूरी बैठक राष्ट्रपति चुनाव को लेकर केंद्रित रही। इस बैठक में जेडीयू तेजस्वी यादव के खिलाफ किसी बड़े फैसले की उम्मीद की जा रही थी।

गौरतलब है कि भ्रष्टाचार के मामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी यादव और बेटे तेजस्वी यादव के खिलाफ सीबीआई की तरफ से एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद बिहार की महागठबंधन सरकार में भूचाल आया हुआ है।

जेडीयू इस मामले में तेजस्वी के इस्तीफे पर अड़ी हुई है वहीं लालू यादव साफ कर चुके हैं कि महज एफआईआर के आधार पर तेजस्वी से इस्तीफा नहीं लिया जा सकता। लालू यादव इस पूरे मामले को बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की साजिश करार दे रहे हैं।

दरअसल नीतीश ने तेजस्वी यादव को सफाई देने के लिए शनिवार शाम तक का समय दिया था, लेकिन इस दौरान न तो उन्होंने जनता के बीच आकर अपने आरोपों पर सफाई दी और नहीं अपने पद से इस्तीफा दिया।

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इस बीच पटना में महागठबंधन की अन्य दोनों सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के विधायकों की बैठक हुई। दोनों दलों की बैठक राष्ट्रपति चुनाव को लकेर हुई।

गौरतलब है कि आरजेडी और कांग्रेस जहां विपक्षी दलों के राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार को समर्थन दिया है वहीं जेडीयू ने बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए के उम्मीदवार और बिहार के पूर्व राज्यपाल रामनाथ कोविंद को समर्थन दिया है।

खबरों के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से लालू और नीतीश के बीच बातचीत तक बंद है और दोनों दलों के नेताओं के साथ कांग्रेस भी सुलह की कोशिशों में जुटी हुई है। इसी क्रम में जेडीयू नेता शरद यादव ने दिल्ली में कांग्रेस प्रेसिडेंट सोनिया गांधी से मुलाकात की थी।

माना जा रहा है कि राष्ट्रपति चुनाव तक विपक्षी एकजुटता दिखाने की रणनीति के तहत जेडीयू ने तेजस्वी के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई को टाल दिया है।

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