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अमरिंदर सिंह के पोलिंग बूथ पर लाल कालीन से हंगामा, चुनाव आयोग ने इसे बताया मॉडल पोलिंग बूथ

पटियाला के एक पोलिंग बूथ में लाल कालीन बिछाई गई थी जहां कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनका परिवार वोट डालने के लिए आने वाला था।

Updated on: 04 Feb 2017, 08:54 PM

नई दिल्ली:

पटियाला के एक पोलिंग बूथ में लाल कालीन बिछाई गई थी जहां कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनका परिवार वोट डालने के लिए आने वाला था। इस तामझाम को लेकर विपक्षी दलों ने विरोध दर्ज़ किया है। उनका आरोप है कि आयोग अमरिंदर सिंह को खास तवज्जो दे रहा है।

दरअसल सुबह वोटिंग शुरू होने पर लाल कालीन को लेकर विरोध हुआ और आरोप लगा कि अमरिंदर सिंह के लिये वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। ऐसे में कालीन को हटा लिया गया। लेकिन थोड़ी देर बाद लाल कालीन को फिर से बिछा दिया गया।

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विरोध और अपने ऊपर लगे आरोप के बाद चुनाव आयोग ने खारिज करते हुए कहा कि पोलिंग बूथ मॉडल का यह एक विशेष कॉन्सेप्ट है। इस कॉन्सेप्ट को 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी आज़माया गया था। आयोग ने कहा कि वोटरों का लाल कालीन और फूलों से स्वागत करना इस कॉन्सेप्ट का हिस्सा है।

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चुनाव आयोग का कहना है कि इस तरह की व्यवस्था का वोटिंग के दौरान वोटरों पर असर पड़ता है, और वो वोटिंग के लिये प्रेरित होते हैं।

कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के दावेदार कैप्टन अमरिंदर सिंह दो जगह से चुनाव लड़ रहे हैं। पहली सीट है पटियाला और दूसरी है लांबी

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पटियाला अमरिंदर सिंह का घर है और यहां से उन्हें पूर्व सेना अध्यक्ष जनरल जेजे सिंह उन्हें टक्कर दे रहे हैं और लांबी से अमरिंदर सिह राज्य के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को चुनौती दा रहा हैं। लांबी सीट से मुख्यमंत्री बादल 1997 से एक बार भी नहीं हारे हैं।