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PNB SCAM: बैंक ने घोटाले की जांच से जुड़ी जानकारियों को देने से किया इंकार

पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने इसी साल हुए कंपनी के 13,000 करोड़ रुपये के घोटाले से संबंधित जांच की जानकारियों को देने से मना कर दिया है।

Updated on: 20 May 2018, 02:03 PM

highlights

  • बैंक ने RTI के जवाब में घोटाले से संबंधित जांच की जानकारियां देने से इंकार किया
  • आरबीआई ने भी PNB घोटाले की जांच से जुड़ी जानकारियों को साझा करने से इंकार किया था
  • घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी अब तक भारत से फरार हैं

नई दिल्ली:

पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने इसी साल हुए कंपनी के 12,700 करोड़ रुपये के घोटाले से संबंधित जांच की जानकारियों को देने से मना कर दिया है।

पीएनबी ने नियमों का हवाला देते हुए कहा है कि किसी भी तरह की जानकारी देने से जांच की प्रक्रिया और अपराधियों को पकड़ने में अड़चने आ सकती है।

पीएनबी ने एक आरटीआई के जवाब में घोटाले से संबंधित जांच की प्रतियां देने से इंकार कर दिया।

आरटीआई के जवाब में पीएनबी ने कहा, 'चुंकि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और अन्य एजेंसियों के द्वारा मामले की जांच प्रक्रिया जारी है इसलिए आरटीआई अधिनियम 2005 के सेक्शन 8 (1) (एच) के तहत सूचना नहीं दी सकती है।'

आरटीआई की यह धारा सूचना प्रदान करने से रोकती है जिससे जांच प्रक्रिया और अपराधियों की गिरफ्तारी प्रभावित न हो सके।

आरटीआई में पीएनबी से घोटाले की जांच प्रक्रिया के परिणामों के बारे में जानकारी मांगी गई थी और जांच रिपोर्ट की एक कॉपी भी मांगी गई थी।

बता दें कि इससे पहले रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने भी पीएनबी घोटाले की जांच से जुड़ी जानकारियों को साझा करने से इंकार कर दिया था।

जानिए पूरा मामला:

पंजाब नेशनल बैंक ने 11,400 करोड़ रुपये के घोटाले के बारे में 14 फरवरी को जानकारी दी थी, जिसमें हीरा कारोबारी नीरव मोदी और गीतांजलि ग्रुप के चेयरमैन मेहुल चोकसी ने पीएनबी के एक ब्रांच से फर्जी एलओयू के जरिये विदेशों में दूसरे भारतीय बैंकों से पैसे निकाले।

मामले की जांच के बाद बैंक के करीब 1,300 करोड़ रुपये के घोटाले का मामला और सामने आया था।

यह घोटाला 2011 में ही शुरु हुआ था और इस साल जनवरी के तीसरे सप्ताह में सामने आया था जिसके बाद पीएनबी अधिकारियों ने संबंधित एजेंसियों को इसकी सूचना दी थी।

पीएनबी ने इस मामले में सीबीआई के समक्ष 13 फरवरी को दूसरी एफआईआर फाइल की थी। इससे पहले सीबीआई ने 28 जनवरी को पीएनबी से पहली शिकायत प्राप्त की थी और 28 जनवरी को केस दर्ज किया था।

इस घोटाले का खुलासा तब हुआ जब विदेश में स्थित भारतीय बैंकों ने पीएनबी से पैसों की मांग की थी। बता दें कि घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी कई बार ईडी और सीबीआई को घोटाले की रकम को नहीं लौटाने की बात कह चुके हैं।

इस मामले में सीबीआई और ईडी बैंक अधिकारियों, गीतांजलि ग्रुप के अधिकारियों, नीरव मोदी ग्रुप के अधिकारी सहित कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।

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