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राष्ट्रपति चुनाव 2017: रायसीना हिल के लिए राम नाथ कोविंद पर मुहर, आडवाणी समेत यह नाम हुए खारिज

राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए की ओर से राम नाथ कोविंद के नाम की घोषणा के साथ ही अब लाल कृष्ण आडवाणी, मोहन भागवत समेत उन तमाम नामों की ख़बरों पर विराम लग गया जिनके बारे में पहले चर्चाओं का बाज़ार गर्म था।

Updated on: 20 Jun 2017, 10:29 PM

नई दिल्ली:

राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए की ओर से राम नाथ कोविंद के नाम की घोषणा के बाद ही अब उन नामों की ख़बरों पर विराम लग गया है जिनके बारे में पहले चर्चाओं का बाज़ार गर्म था। बीते दो-तीन महीनों में राष्ट्रपति पद के लिए कौन होगा उम्मीदवार इस पर कयास लगाए जा रहे थे।

इन कयासों में कौन-कौन लोग शामिल रहे और इन पर किन-किन लोगों ने क्या-क्या टिप्पणी की... आइए डालते हैं इस पर एक नज़र 

राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए चल रहे नामों में सबसे प्रमुख नाम रहा था संघ प्रमुख मोहन भागवत का। 

1. मोहन भागवत- शिवसेना की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का नाम प्रमुखता से लिया जाता रहा है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा था कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना हमारा प्राथमिक उद्देश्य है और इसलिए मोहन भागवत को देश का अगला राष्ट्रपति होना चाहिए।

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हालांकि संघ प्रमुख ने खुद को इस बयान से अलग ही रखा और इसके बाद राष्ट्रपति पद के लिए उठे उनके नाम पर चल रहीं अटकलों को खारिज कर दिया। बावजूद इसके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी निकटता के चलते मोहन भागवत की उम्मीदवारी न होने की ख़बरों को हलके में नहीं लिया गया। 

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रपति पद के लिए मोहन भागवत की उम्मीदवारी के बारे में जब दो दिन पहले आम सहमति के लिए बीजेपी ने सीपीआई, कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी पार्टियों के साथ मुलाकात की थी इस दौरान राष्ट्रपति चुनाव के लिए मोहन भागवत की उम्मीदवारी पर पूछे गए सवाल का जवाब बीजेपी ने कुछ यूं दिया...बीजेपी ने कहा, 'आरएसएस चुनाव नहीं लड़ती।' 

2. लाल कृष्ण आडवाणी- बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी का नाम आगे रखा था। लाल कृष्ण आडवाणी का नाम आगे रखते हुए उन्होंने कहा था, 'आडवाणी ने ही 2 सीटों वाली पार्टी को सत्ता तक पहुंचाया था। इस वक्त देश में उनसे उपयुक्त उम्मीदवार कोई नहीं है।' 

3. द्रौपदी मुर्मू- राष्ट्रपति पद के लिए झारखंड की राज्यपाल बनीं पहली महिला आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू का भी नाम चर्चा में आया था। 2000-2004 तक ओड़िसा विधानसभा में रायरंगपुर से विधायक और राज्य सरकार में मंत्री रह चुकी द्रौपदी मुर्मू एक ऐसी आदिवासी महिला उड़िया नेता हैं जिन्हें राज्य का राज्यपाल बनाया गया है।

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4. सुषमा स्वराज- विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी राष्ट्रपति पद के लिए संभावति उम्मीदवार बताई जा रही थीं। महिला और ऐसा मुखर नेता होने के चलते जो कि विपक्षी खेमे में पसंद मानी जाने वाली सुषमा स्वराज से जब इस बाबत पत्रकारों ने सवाल किया तो उन्होंने महज़ 'अफवाह' बताते हुए इस तरह की ख़बरों का खंडन कर दिया।

सुषमा ने मज़ाकिया लहज़े में इन ख़बरों को खारिज करते हुए कहा, 'यह अफवाह हैं। मैं विदेश मंत्री हूं और आप मुझसे जो पूछ रहे हैं वह आंतरिक मामला है।' 

5. ई श्रीधरन- इस बीच मीडिया ख़बरों में मेट्रो मैन के नाम से मशहूर दिल्ली मैट्रो परियोजना के प्रमुख ई श्रीधरन का भी नाम सामने आया। इन अटकलों को बल तब मिला था जब कोच्चि मेट्रो के उद्धाटन के मौके पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने वीआईपी हस्तियों की लिस्ट में संशोधन कर गेस्ट सूची में कोच्चि मेट्रो प्रॉजेक्ट के मुख्य कर्ताधर्ता श्रीधरन को भी शामिल किया गया था।

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6. एमएस स्वामीनाथन- कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन का नाम भी रायसिना हिल्स की दावेदारी के लिए सामने आया था। स्वामीनाथन के नाम को भी शिवसेना ने ही आगे रखा था।

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