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राष्ट्रपति चुनाव 2017: विपक्ष आज तय करेगा उम्मीदवार, रामनाथ कोविंद को समर्थन दे नीतीश ने बदला पाला

पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और कांग्रेस की दलित चेहरा मीरा कुमार ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की।

Updated on: 22 Jun 2017, 12:05 AM

highlights

  • राष्ट्रपति उम्मीदवार पर अटकलें के बीच सोनिया गांधी से मिली पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार
  • गुरुवार को होगी विपक्ष की बैठक, बैठक में राष्ट्रपति उम्मीदवार पर लिया जा सकता है फैसला

नई दिल्ली:

राष्ट्रपति उम्मीदवार पर चर्चा के लिए गुरुवार को विपक्षी दलों की बैठक होगी। इससे ठीक पहले बुधवार शाम को पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और कांग्रेस की दलित चेहरा मीरा कुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की।

इस मुलाकात के बाद अटकलें तेज हो गई है कि मीरा कुमार विपक्षी दलों की तरफ से राष्ट्रपति उम्मीदवार हो सकती है। विपक्ष की कोशिश है की वह बीजेपी के दलित चेहरे के मुकाबले कोई दलित उम्मीदवार ही उतारे।

मीरा कुमार पूर्व उप प्रधानमंत्री जगजीवन राम की बेटी हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस कॉलेज से पढ़ाई की है। वे 1970 में भारतीय विदेश सेवा के लिए चुनी गई थीं।

एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद भी काफी योग्य हैं। कोविंद ने दिल्ली हाईकोर्ट में वकालत की प्रैक्टिस की। अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में वह सुप्रीम कोर्ट के जूनियर काउंसलर के पद पर रहे।

कोविंद की पहचान एक दलित चेहरे के रूप में अहम रही है। छात्र जीवन में कोविंद ने अनुसूचित जाति, जनजाति और महिलाओं के लिए काम किया। ऐसा कहा जाता है कि वकील रहने के दौरान कोविंद ने गरीब दलितों के लिए मुफ्त में कानूनी लड़ाई लड़ी। कोविंद गवर्नर्स ऑफ इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के भी सदस्य रहे हैं

आपको बता दें की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने सभी को चौंकाते हुए दलित नेता रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया है। कोविंद को एनडीए के अलावा जेडीयू, एआईएडीएमके, टीआरएस, बीजेडी ने समर्थन देने का ऐलान किया है।

जेडीयू के समर्थन के बाद विपक्षी एकता में फूट है। जेडीयू ने बुधवार को कहा, 'पार्टी ने राष्ट्रपति चुनाव में राजग उम्मीदवार और बिहार के पूर्व राज्यपाल कोविंद को समर्थन देने का फैसला लिया है।'

गुरुवार को विपक्ष की बैठक
विपक्षी दलों की बैठक गुरुवार को दिल्ली में होगी। बैठक में कांग्रेस, वामदल, टीएमसी, बीएसपी, समाजवादी पार्टी समेत कई दल शिरकत करेंगे। बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने पिछले दिनों कहा था, 'चूंकि वह एक दलित हैं, इसलिए हम उनके नाम का तब तक विरोध नहीं कर सकते, जबतक एकजुट विपक्ष किसी और मशहूर दलित के नाम की घोषणा नहीं करता।'

वहीं आरजेडी ने सरकार में सहयोगी जेडीयू के अलग रुख के बाद कहा है कि वह विपक्ष की बैठक के बाद ही अंतिम फैसला लेगी।

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