भारत को वैश्विक निर्यात में हिस्सेदारी दोगुनी करनी चाहिए-मोदी
मोदी ने कहा कि भारत अगर 5 लाख करोड़ डॉलर के क्लब में पहुंचना चाहता है, तो जीडीपी ग्रोथ को दहाई का आंकड़ा पार करना होगा।
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यहां कहा कि भारत को वैश्विक निर्यात में अपनी हिस्सेदारी को मौजूदा 1.6 प्रतिशत से बढ़ाकर 3.4 प्रतिशत तक करने का प्रयास करना चाहिए।
मोदी ने शुक्रवार को यहां अकबर रोड के पास वाणिज्य भवन की आधारशिला रखने के बाद कहा, 'विभाग को पूर्ण वैश्विक निर्यात में भारत की हिस्सेदारी बढ़ाकर कम से कम 3.4 प्रतिशत करने का संकल्प लेना चाहिए और राज्यों को इसमें सक्रिय भागीदारी निभानी चाहिए।'
मोदी ने कहा कि इसके अलावा आयात घटाने के लिए घरेलू विनिर्माण को बढ़ाने का प्रयास किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने घरेलू विनिर्माण को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने देश को निवेश-अनुकूल बनाने के क्षेत्र में काफी प्रगति की है।
मोदी ने आधारशिला रखने के बाद कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) ने एक वर्ष के अंदर ही देश में व्यापार के तरीके को बदल दिया है। एक करोड़ से ज्यादा लोग पहले ही जीएसटी से जुड़ चुके हैं।
उन्होंने उम्मीद जताई कि भवन दिसंबर 2019 तक बनकर तैयार हो जाएगा। स्मार्ट एसेस कंट्रोल के साथ यह पूरी तरह से नेटवर्क से जुड़ा हुआ और कागजमुक्त होगा।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट किया, 'खुश हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी ने वाणिज्य भवन की आधारशिला रखी। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यह इमारत अत्याधुनिक, पर्यावरण अनुकूल होगी। इसके साथ ही इसके पूरे छत का उपयोग सौर ऊर्जा पैदा करने और शून्य अपशिष्ट निवर्हन और सार्वभौमिक पहुंच प्रदान करने वाला होगा।'
भवन में मंत्रियों के कमरे, वरिष्ठ अधिकारियों के 85 केबिन, 19 बैठक कक्ष, पुस्तकालय और 1000 से ज्यादा वर्कस्टेशन होंगे।
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