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भारत-आसियान और पूर्व एशिया सम्मेलन में भाग लेकर लौटे पीएम मोदी, जानें फिलीपींस दौरे की खास बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिलीपींस में भारत-आसियान और पूर्व एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेकर बुधवार देर रात भारत लौटे। तीन दिवसीय दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' को आगे बढ़ाया।

Updated on: 15 Nov 2017, 08:07 AM

highlights

  • भारत-आसियान और पूर्व एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेकर भारत लौटे पीएम मोदी
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन दिवसीय दौरे के दौरान कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात की
  • पीएम मोदी ने कहा, हमलोगों ने आतंकवाद व हिंसक उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए बहुत मेहनत की है

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिलीपींस में भारत-आसियान और पूर्व एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेकर बुधवार देर रात भारत लौटे। तीन दिवसीय दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' को आगे बढ़ाया।

आसियान शिखर सम्मेलन में अमेरिका, चीन, दक्षिण कोरिया, जापान, भारत, यूरोपीय संघ, रूस, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और संयुक्त राष्ट्र के बीच द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठक हुई। इस वर्ष भारत-आसियान वार्ता साझेदारी के 25 वर्ष पूरे हुए।

मोदी ने 15वें भारत-आसियान (दक्षिणपूर्व एशियाई देशों के संगठन) सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, 'हम लोगों ने अलग-अलग रूप से आतंकवाद व हिंसक उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए बहुत मेहनत की है। यह महत्वपूर्ण क्षेत्रों में साथ मिलकर लड़ने के लिए सहयोग बढ़ाने का समय है।'

उन्होंने कहा, 'तीसरी आसियान-भारत कार्ययोजना के तहत हमारे सहयोग के विस्तृत एजेंडे में काफी प्रगति हुई है। इसके अंतर्गत तीन मुख्य स्तंभ राजनीतिक-सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और सांस्कृतिक साझेदारी आते हैं।'

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प्रधानमंत्री ने आसियान देशों को नियम आधारित क्षेत्रीय सुरक्षा संरचना प्राप्त करने में सहयोग के लिए आश्वस्त किया।

पूर्व एशिया सम्मेलन के आधार पर, चार दस्तावेज जारी किए गए, जिनमें आतंकवाद की विचारधारा के विरुद्ध लड़ाई, धन शोधन व आतंकवाद वित्तपोषण पर आतंकवादी कथनों और प्रचार पर रोक, गरीबी और रासायनिक हथियारों के उन्मूलन पर सहयोग शामिल है।

पूर्वी एशिया सम्मेलन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उम्मीद जताते हुए कहा कि पूर्वी एशिया सम्मेलन को भविष्य में ज्यादा महत्व मिलेगा। मोदी ने कहा, 'मैं आपके साथ राजनीतिक, सुरक्षा और आर्थिक मुद्दों पर काम करने की प्रतिबद्धता दोहराता हूं।'

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यह मंच नेताओं को अपने विचार साझा करने और पारंपरिक व गैर पारंपरिक सुरक्षा खतरों, आतंकवाद, समुद्री सहयोग, सुरक्षा और अप्रसार संधि के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर की चिंताओं पर चर्चा के लिए एक मंच मुहैया कराता है।

दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) के 10 देश ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, वियतनाम के साथ ऑस्ट्रेलिया, चीन, भारत, जापान, न्यूजीलैंड, रूस, दक्षिण कोरिया व अमेरिका इस वार्षिक सम्मेलन में शामिल हुए।

मोदी रविवार को फिलीपींस की तीन दिवसीय यात्रा पर मनीला पहुंचे। वह 36 वर्षो बाद इस देश की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। इससे पहले 1981 में इंदिरा गांधी ने इस देश की यात्रा की थी।

कई राष्ट्राध्यक्षों से मिले मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पूर्वी एशियाई सम्मेलन से इतर चीनी प्रधानमंत्री ली केकियांग से मुलाकात की।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने दोनों नेताओं के एक साथ सोफे पर बैठे फोटो को ट्वीट कर कहा, 'दो पड़ोसी गहरी वार्ता में। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने मनीला में पूर्वी एशिया सम्मेलन से इतर मुलाकात की।'

यह बैठक ऐसे समय हुई है जब कुछ दिन पहले ही भारत और चीन की सेना भूटान में डोकलाम में एक-दूसरे के आमने-सामने आ गई थी।

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को जापान और ऑस्ट्रेलिया समेत पांच देशों के नेताओं से मुलाकात की। मोदी ने अपनी दिन की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मेलकम टर्नबुल से मुलाकात के साथ की।

मोदी ने टर्नबुल से मुलाकात के बाद ट्वीट में कहा, 'आपसे मिलकर खुशी हुई। हमारी बातचीत से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच संबंधों में नई ताकत आएगी।'

टर्नबुल ने कहा कि 'आर्थिक सहयोग, सुरक्षा और आतंकवाद रोधी उपायों पर केंद्रित 'लाभकारी मुलाकात' हुई।' टर्नबुल ने अप्रैल में भारत का दौरा किया था।

मोदी ने बाद में वियतनाम के प्रधानमंत्री नगुयेन जुआन फुक से मुलाकात की।

रवीश कुमार के अनुसार, दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने के लिए समान लक्ष्यों पर चर्चा की। भारत ने वियतनाम को रियायती शर्तो पर बीते सालों में कई ऋण दिए हैं।

मोदी ने इसके बाद जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से मुलाकात की और इसे 'शानदार बैठक' बताया।

उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'हमने भारत-जापान संबंध के जमीनी स्तर पर विभिन्न आयामों की समीक्षा की और हमारी अर्थव्यवस्था व लोगों के बीच सहयोग मजबूत करने पर चर्चा की।'

आबे ने वार्षिक द्विपक्षीय सम्मेलन के दौरान सितंबर में भारत की यात्रा की थी और ऐतिहासिक अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन परियोजना का उद्घाटन किया था।

मोदी ने उसके बाद ब्रुनेई के सुल्तान हस्सानाल बोलकिया से मुलाकात की। इस मुलाकात पर रवीश कुमार ने कहा, 'दोनों नेताओं के बीच व्यापार व निवेश, नवीकरणीय ऊर्जा, संस्कृति और लोगों से लोगों के संबंध विकसित करने समेत द्विपक्षीय संबंध बढ़ाने को लेकर फलदायी चर्चा हुई।'

मोदी ने न्यूजीलैंड की नवनियुक्त प्रधानमंत्री जेसिंदा आरदेर्न से भी मुलाकात की। कुमार ने कहा, 'यह लाभकारी बैठक थी और दोनों नेताओं ने कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंध बढ़ाने को लेकर चर्चा की।'

मोदी ने सोमवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते से मुलाकात की थी।

ट्रंप के साथ बैठक के पहले मोदी ने कहा, 'भारत और अमेरिका के बीच संबंध आगे बढ़ रहे हैं।'

प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैं यह महसूस करता हूं कि भारत और अमेरिका के बीच संबंध केवल साझा हितों के लिए नहीं है, बल्कि इससे भी आगे के लिए है और हम एशिया के भविष्य और पूरे विश्व में मानवता के हित के लिए साथ मिलकर काम कर रहे हैं।'

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(इनपुट IANS से भी)