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पीएम मोदी ने विपक्ष को चुन-चुन कर दिया जवाब, कहा- रेल, रोड और अर्थव्यवस्था सब में किया विकास

पीएम मोदी ICSI के गोल्डन जुबली सेलिब्रेशन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को निराशा फैलाने में बड़ा मजा आता है।

Updated on: 05 Oct 2017, 05:54 AM

highlights

  • पीएम ने कहा कि कुछ लोगों को निराशा फैलाने में बड़ा मजा आता है
  • GDP में एक तिमाही की गिरावट लोगों को बहुत ज्यादा लग रही है, पहली बार विकास दर 5.7% हुई क्या, पुरानी बातें न भूलें
  • पिछली सरकार में LED बल्ब 350 रुपये का था, अब वो 40-45 रुपये तक आ गया

नई दिल्ली:

पीएम मोदी ने पहली बार नोटबंदी और जीएसटी लागू करने को लेकर सराकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना करने वालों को करारा जवाब दिया है। पीएम ने कहा कि कुछ लोगों को निराशा फैलाने में बड़ा मजा आता है।

उन्होंने कहा कि देश के विकास को विपरीत दिशा में ले जाने वाले पैरामीटर कुछ लोगों को पसंद आते थे और अब जबकि ये पैरामीटर सुधरे हैं और देश सही दिशा में आगे बढ़ रहा है, तो ऐसे लोगों को परेशानी हो रही है। ऐसे लोगों का अर्थव्यवस्था में विकास होता नहीं दिख रहा है।

पीएम मोदी बुधवार को ICSI के गोल्डन जुबली सेलिब्रेशन में बोल रहे थे। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि आने वाली तिमाहियों में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 7.7 प्रतिशत की विकास दर का अनुमान लगाया है।

उन्होंने कहा कि 3 वर्षों में हमने 7.5 प्रतिशत की औसत वृद्धि हासिल की है। हालांकि उन्होंने माना कि विकास दर अप्रैल से जून के बीच घटी है, लेकिन सरकार इसे दुरुस्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।

पीएम मोदी ने कहा कि पिछली सरकार में मुद्रास्फीति जीडीपी वृद्धि से अधिक थी, उस समय ऊंची महंगाई, राजकोषीय घाटा व चालू खाते का घाटा सुर्खियां बनते थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि दहाई अंक तक पहुंची मुद्रास्फीति घटकर तीन प्रतिशत से कम रह गई है, चालू खाते का घाटा कम होकर 2.5 प्रतिशत रह गया और राजकोषीय घाटा कम होकर 3.5 प्रतिशत पर आ गया।

पीएम मोदी ने कहा, 'मैं आपके सामने वर्तमान आर्थिक स्थितियों की जानकारी रखना चाहता हूं। जब आपने पहली गाड़ी खरीदी होगी तो मजबूरी में नहीं खरीदी होगी होगी। लोग सारा खर्च जोड़ लेने के बाद ही गाड़ी या घर खरीदते हैं। जून महीने के बाद पैसेंजर कारों की बिक्री में 12 फीसद की वृद्धि हुई है तो उसे क्या कहेंगे? आप कहेंगे जब आपको पता चलेगा कि कमर्शल गाड़ियों की बिक्री में 23 फीसदी, दोपहिया वाहनों की बिक्री में 14 फीसदी, डोमेस्टिक एयर ट्रैफिक में 14 फीसदी, हवाई माल ढुलाई में 16 फीसदी की वृद्धि हुई।'

पीएम ने कहा कि ये इंडिकेटर्स शहरी क्षेत्रों में डिमांड के ग्रोथ को दर्शाते हैं।

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पीएम ने ग्रामीण क्षेत्र में भी विकास होने के लिए ट्रैक्टर बिक्री का आंकड़ा पेश किया। पीएम ने कहा, 'ग्रामीण क्षेत्रों में देखें तो ट्रैक्टर की बिक्री में 34 फीसदी से ज्यादा की बिक्री हुई है। ऐसा तब होता है जब देश के लोगों का विश्वास बढ़ता है और उनको लगता है कि अर्थव्यवस्था मजबूत है।'

पीएम ने कहा कि कोयला, बिजली और नैचरल गैस के उत्पादन में वृद्धि हुई है। पर्सनल लोन, हाउजिंग लोन, म्युचुअल फंड में वृद्धि हुई है। अब फाइनैंसिंग केवल बैंकों के लोन तक ही सीमित नहीं रह गई है।

रिफार्म पर केंद्र सराकर की उपलब्धि गिनाते हुए कहा, 'रोड, हाईवे, बिजली, शिपिंग, रेलवे, इंफ्रास्ट्रक्चर सभी में सरकार ने रिफॉर्म किए हैं, 3 साल में 2100 किमी रेल लाइन बिछाई। पिछली सरकार ने 3 साल में 1300 किमी रेल लाइन का दोहरीकरण हुआ, हमने 2600 किमी रेल लाइन का दोहरीकरण कर के दिखाया।'

उन्होंने कहा, 'इंश्योरेंस सेक्टर में रिफॉर्म पिछली सरकारों ने नहीं किया। वे चली गईं, लेकिन हमने कर दिया, लेकिन अब उन्हें यह दिखता नहीं। हमारी सरकार ने कुछ 87 छोटे-बड़े रिफॉर्म करके दिखाए हैं।'

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पीएम ने कहा, 'पिछली सरकार के तीन साल के काम की रफ्तार और हमारे सरकार के काम का फर्क साफ साफ नजर आएगा। पिछली सरकार के आखिरी 3 सालों में गांवों में 80 हजार किमी सड़क बनी थी, हमारी सरकार ने 3 साल में एक लाख 20 हजार किमी सड़क बनाई। पिछली सरकार ने 15 हजार किमी नैशनल हाइवे का काम दिया। हमारी सरकार ने 3 साल में 34 हजार किमी से ज्यादा नैशनल हाइवे बनाने का काम दिया। पिछली सरकार ने 3 साल में इस काम पर 93 हजार करोड़ की राशि खर्च की थी। इस साल में यह राशि 1 लाख 83 हजार करोड़ से ज्यादा हो गई।'

पीएम ने कहा कि मेहनत से कमाए गए पैसे की कीमत सरकार समझती है। सरकार की नीतियों में इस बात की कोशिश है कि मध्यम वर्ग और गरीब वर्ग को ताकत मिले।

पीएम ने एलईडी बल्ब का आंकड़ा देते हुए कहा कि महंगे एलईडी को सस्ती दर पर उपलब्ध कराया गया। देश में 26 करोड़ एलईडी बल्ब बांटे गए हैं। पहले की कीमत के हिसाब से 14 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि बची है। बिजली बिल पर 6 हजार करोड़ रुपये बचे। इस तरह कुल 20 हजार करोड़ रुपये की बचत हुई।

पीएम ने मुद्रा योजना, स्टैंड अप इंडिया और स्टार्ट अप इंडिया जैसी योजनाओं को सफलता के रूप में गिनाया।

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