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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भोले बाबा के आशीर्वाद ने मुझे जहर पीने और उसे पचाने की शक्ति दी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भोले बाबा के आशीर्वाद ने मुझे बहुत शक्ति दी है और यही ताकत इस धरती से मुझे मिला सबसे बड़ा उपहार है।

Updated on: 09 Oct 2017, 06:30 AM

highlights

  • पीएम मोदी ने बी एन हाईस्कूल, जहां से उन्होंने पढ़ाई की, वहां की मिट्टी को उठाकर अपने माथे पर लगाया
  • मोदी ने कहा भोले बाबा के आशीर्वाद ने मुझे बहुत शक्ति दी है और यही ताकत इस धरती से मुझे मिला सबसे बड़ा उपहार है
  • मोदी ने 500 करोड़ रुपये की लागत से बने जीएमईआरएस मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन किया

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री का पद भार संभालने के बाद से अपने जन्म स्थान वडनगर की पहली यात्रा पर आए नरेंद्र मोदी ने आज एक रोड शो किया और यहां अपने स्कूल गए।

उन्होंने कहा कि इस शहर ने उन्हें 'जहर पीना' सिखाया।

पीएम मोदी ने बी एन हाईस्कूल, जहां से उन्होंने पढ़ाई की, वहां की मिट्टी को उठाकर अपने माथे पर लगाया।

प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को 2001 में 13 सालों तक गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के बाद दिल्ली आने तक के सफर को याद किया।

उन्होंने कहा कि 2001 में मुख्यमंत्री बनने के बाद भगवान शिव के आशीर्वाद से राष्ट्रसेवा के लिए उन्होंने हर चीज से समझौता किया, इसके बावजूद कुछ लोग इन सालों में उनके खिलाफ जहर उगलते रहे।

प्रधानमंत्री स्पष्ट रूप से गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए उन पर होने वाले हमले पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि उनका जन्मस्थान वडनगर भगवान शिव की भूमि है, जैसे उनका लोकसभा क्षेत्र काशी (वाराणसी) है।

मोदी ने कहा, 'मैंने अपनी यात्रा वडनगर से शुरू की और अब काशी पहुंच गया हूं। वडनगर की भांति काशी भी भोले बाबा की नगरी है। भोले बाबा के आशीर्वाद ने मुझे बहुत शक्ति दी है और यही ताकत इस धरती से मुझे मिला सबसे बड़ा उपहार है।'

उन्होंने कहा, 'भोले बाबा के आशीर्वाद ने मुझे जहर पीने और उसे पचाने की शक्ति दी। इसी क्षमता के कारण मैं 2001 से अपने खिलाफ विष वमन करने वाले सभी लोगों से निपट सका। इस क्षमता ने मुझे इन वर्षों में समर्पण के साथ मातृभूमि की सेवा करने की शक्ति दी।'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रविवार को उनके गृहनगर में हजारों लोगों ने शानदार स्वागत किया। उन्होंने अपने भाषण में कई मुद्दों पर चर्चा की और पूर्व की केन्द्र सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरने की कोशिश की।

उन्होंने 'सघन मिशन इंद्रधनुष' का शुभारंभ किया और कांग्रेस नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य के प्रति उदासीनता बरतने का आरोप लगाया।

एक मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन करने के बाद उत्साहित जनसमूह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'आखिरी स्वास्थ्य नीति अटल जी (पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी) के कार्यकाल के दौरान करीब 15 साल पहले घोषित हुई थी, उसके बाद जो सरकार सत्ता में आई, उसे लोगों के विकास से नफरत थी।'

उन्होंने कहा, 'उसके बाद से हम एक नई स्वास्थ्य नीति करीब 15 साल बाद लेकर आए हैं।'

प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार गरीबों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को सुलभ बनाने को लेकर प्रतिबद्ध है और इसके साथ ही उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों पर एक व्यापक स्वास्थ्य नीति विकसित नहीं करने और मेडिकल कॉलेजों में सीटों की संख्या बढ़ाने को लेकर चिंता नहीं करने का आरोप लगाया।

'सघन मिशन इंद्रधनुष' का लक्ष्य संपूर्ण टीकाकरण के लक्ष्य में तेजी लाना है और जिन क्षेत्रों में इसकी पहुंच नहीं है, इसे वहां भी पहुंचाना है।

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प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए शहर को झंडों और तोरण से सजाया गया था।

काले रंग के एसयूवी रेंज रोवर कार में बैठे मोदी के स्वागत के लिए सैकड़ों लोग रास्ते में खड़े थे। प्रधानमंत्री ने हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन किया। लोगों ने उन पर फूल बरसाए।

उन्होंने मेजर जनरल के सी करियप्पा को उनके गृहनगर कर्नाटक में हुए शानदार स्वागत के लिए याद करते हुए कहा कि उन्हें निश्चित तौर पर लाखों सैनिकों की सलामी मिली होगी, 'लेकिन अपने गृहनगर के लोगों द्वारा ऐसा स्वागत किया जाना खास है।'

मोदी ने कहा, 'मैं जो भी आज हूं, वह आपके सबके बीच वडनगर में इस मिट्टी पर सीखे गए संस्कार की वजह से हूं।'

मोदी ने कहा कि वह यह जानकार हैरान रह गए कि ह्रदय के लिए स्टेंट की कीमत 1.5 लाख रुपये से लेकर दो लाख रुपये तक है। उन्होंने विशेषज्ञ चिकित्सकों से इसके महंगे होने का कारण पता लगाने के लिए कहा और उन्हें खुशी है कि इसकी कीमत में अब 30 से लेकर 40 फीसदी तक की गिरावट आई है।

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प्रधानमंत्री ने जन औषधि योजना का जिक्र किया, जिसके अंतगर्त जेनरिक दवाओं को सरकारी अस्पतालों में मेडिकल स्टोर पर सस्ते दामों पर उपलब्ध कराना शुरू किया गया है। जो दवाएं बाजार में 1,000 रुपये में मिलती थीं, वे इन स्टोर पर अब 18 से 20 रुपये में उपलब्ध हैं।

उन्होंने कहा कि उन्होंने देश के लाखों चिकित्सकों से गर्भवती महिलाओं के नौवें महीने के दौरान उनका पूरी तरह से निशुल्क इलाज करने का आग्रह किया है और उन्हें इस बात की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि करीब 80-85 लाख महिलाओं को नि:शुल्क उपचार मिलेगा।

मोदी ने 500 करोड़ रुपये की लागत से बने जीएमईआरएस मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन किया और कक्षा में चिकित्सा के छात्रों से संवाद भी किया।

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने देश के मेडिकल कॉलेजों में 6,000 सीटें बढ़ाई हैं और उनका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि हर तीन-चार लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के बीच एक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल जरूर हो।

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