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मानसून सत्र के बाद मोदी कैबिनेट में हो सकता है फेरबदल, नए चेहरे को जगह मिलने की उम्मीद

बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय कैबिनेट में संसद के मानसून सत्र के बाद फेरबदल किया जा सकता है और कैबिनेट में नए चेहरे को जगह दी जा सकती है।

Updated on: 19 Jul 2017, 01:08 PM

highlights

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोंदी संसद के मानसून सत्र के बाद कैबिनेट में कर सकते हैं फेरबदल
  • बीजेपी के सूत्रों ने कहा, नये चेहरे को कैबिनेट में मिल सकती है जगह
  • मोदी सरकार में चार अहम मंत्रालय में नहीं है कोई पूर्णकालिक मंत्री

नई दिल्ली:

केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार जल्द ही कैबिनेट विस्तार कर सकती है। बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय कैबिनेट में संसद के मानसून सत्र के बाद फेरबदल किया जा सकता है और कैबिनेट में नए चेहरे को जगह दी जा सकती है।

आपको बता दें की की मोदी सरकार में चार अहम मंत्रालय रक्षा, पर्यावरण, सूचना एवं प्रसारण और शहरी विकास मंत्रालय में कोई पूर्णकालिक मंत्री नहीं है। सूचना एवं प्रसारण और शहरी विकास मंत्रालय वेंकैया नायडू को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की तरफ से उप राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने के बाद सोमवार को खाली हुआ है।

उप राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने के बाद नायडू ने दोनों मंत्रालय से सोमवार देर रात इस्तीफा दे दिया था।

जबकि मनोहर पर्रिकर के मार्च में गोवा का मुख्यमंत्री बन जाने के बाद रक्षा मंत्रालय किसी पूर्णकालिक कैबिनेट मंत्री के बगैर है। वहीं अनिल माधव दवे के मई में निधन हो जाने से पर्यावरण मंत्रालय में मंत्री पद रिक्त हो गया था।

फिलहाल रक्षा मंत्रालय का भार वित्त मंत्री अरुण जेटली जबकि पर्यावरण मंत्रालय की जिम्मेदारी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन के पास है।

प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार नवंबर 2014 में अपने कैबिनेट का विस्तार किया था। तब उन्होंने 21 ने चेहरे शामिल किए थे, जिनमें रक्षा मंत्री के तौर पर पर्रिकर भी शामिल थे।

इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई 2016 में कैबिनेट विस्तार करते हुए प्रकाश जावड़ेकर को मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्री बनाया था।

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