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ओवैसी ने कहा, जल्लीकट्टू पर हंगामा हिंदुत्ववादी ताकतों के लिये है सबक, उठाया समान नागरिक कानून का मुद्दा

जलीकट्टू पर हो रहे हंगामे के बीच एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड का मुद्दा उठा दिया है।

Updated on: 20 Jan 2017, 02:02 PM

नई दिल्ली:

जलीकट्टू पर हो रहे हंगामे के बीच एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड का मुद्दा उठा दिया है।

अपने ट्वीट में ओवैसी ने कहा, "जलीकट्टू पर हो रहा प्रदर्शन हिंदुत्ववादी ताकतों के लिए एक सबक हैं। इस देश में समान नागरिक कानून नहीं लाया जा सकता है। यहां एक संस्कृति नहीं है। हम सभी त्योहारों को मनाते हैं।"

दरअसल केंद्र सरकार समान नागरिक कानून को लागू करने के लिये लॉ पैनल से सलाह मांगी है। कई मुस्लिम संगठन सरकार के इस कदम का विरोध कर रहे हैं। ओवैसी भी लगातार मोदी सरकार के इस कदम का विरोध करते रहे हैं। 

जल्लीकट्टू पर इस तरह का ट्वीट कर ओवैसी सरकार को आगाह करना चाह रहे हैं कि देश में समान नागरिक कानून लागू करना आसान नहीं होगा। 

जल्लीकट्टू पर मामला गंभीर हो गया है और इसके समर्थन में कई बड़े कलाकार भी आ गए हैं। इन कलाकारों में सुपरस्टार रजनीकांत, कमल हासन, ए आर रहमान, शामिल हैं इसके अलावा विश्वनाथन आनंद और श्री श्री रविशंकर भी जल्लीकट्टू के समर्थन में आ गए हैं।

शुक्रवार को तमिलनाडु बंद का आह्वान किया गया है और इस आंदोलन में राजनीतिक दलों के अलावा सामाजिक संगठन भी शामिल हैं।

राज्य सरकार इस मामले पर अध्यादेश लाने की तैयारी में है। अध्यादेश लाने के लिये उन्होंने प्रधानमंत्र नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी।

इसके अलावा मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम ने लोगों से अपील की है कि वे प्रदर्शन न करें।