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यूपी निकाय चुनाव के बाद फिर उठा EVM गड़बड़ी का मुद्दा, जेटली ने कहा-हार का बहाना खोज रहा विपक्ष

उत्तर प्रदेश निकाय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को जीत के बाद ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) में छेड़छाड़ का मुद्दा गरमा गया है।

Updated on: 03 Dec 2017, 09:13 AM

highlights

  • उत्तर प्रदेश निकाय चुनावों में बीजेपी को जीत के बाद ईवीएम में छेड़छाड़ का मुद्दा गरमा गया है
  • बीएसपी सुप्रीमो मायावती के साथ उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जहां ईवीएम में छेड़छाड़ का आरोप लगाया है

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश निकाय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को जीत के बाद ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) में छेड़छाड़ का मुद्दा गरमा गया है।

गुजरात के सूरत में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, 'बीजेपी ने जहां अपनी विश्वसनीयता बनाए रखी है वहीं कांग्रेस धीरे-धीरे गायब हो रही है। अभी तक तो नतीजे आए भी नहीं है औरर उन्होंने अपनी हार के लिए बहाना बनाना शुरू कर दिया है।'

गौरतलब है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि अगर गुजरात में चुनाव बिना ईवीएम के साफ और निष्पक्ष तरीके से कराया जाता है तो बीजेपी की हार होगी।

इससे पहले बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) सुप्रीमो मायावती के साथ उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जहां ईवीएम में छेड़छाड़ का आरोप लगाया था।

पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद मायावती ने सबसे पहली बार ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया था, जिसका अन्य विपक्षी दलों ने भी समर्थन किया था।

मायावती ने कहा, 'अगर बीजेपी ईमानदार है और लोकतंत्र में विश्वास करती है तो उन्हें ईवीएम के बदले बैलेट पेपर से मतदान कराया जाना चाहिए। अगला आम चुनाव 2019 में होना है। अगर बीजेपी को लगता है कि लोग उनके साथ हैं, तो उन्हें बैलेट से चुनाव कराया जाना चाहिए। मैं गारंटी के साथ कह सकती हूं कि अगर बैलट पेपर का इस्तेमाल होता है तो बीजेपी सत्ता में नहीं आएगी।'

शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के निकाय चुनाव में जबरदस्त जीत मिली है। इन निकाय चुनावों में कांग्रेस और एसपी का जहां खाता भी नहीं खुला वहीं बीएसपी अलीगढ़ और मेरठ के मेयर का चुनाव जीतने में सफल रही है।

उत्तरप्रेदश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी निकाय चुनाव में बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) को मिली भारी जीत पर सवाल खड़े कर चुके हैं।

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अखिलेश यादव ने कहा कि ईवीएम(इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) के ज़रिए जहां मतदान हुआ वहां पर बीजेपी को 46 प्रतिशत वोट मिला है और जहां बैलेट पेपर से मतदान हुआ वहां 15 फीसदी वोट मिले।

बता दें कि महापौर की कुल 16 सीटों में से 14 बीजेपी के पक्ष में, जबकि अलीगढ़ और मेरठ की सीट पर बीएसपी ने कब्जा जमाया है। वहीं एसपी (समाजवादी पार्टी) और कांग्रेस का खाता नहीं खुल सका है।

अखिलेश ने कहा, 'बीजेपी ने कहा कि 16 सीट के लिए हुए निकाय चुनाव में उन्हें 14 सीट मिली है और बीएसपी(बहुजन समाज पार्टी) को 2 जबकि एसपी और कांग्रेस ग़ायब हो गई है। हम कहते हैं कि बीजेपी को ईवीएम से 46 प्रतिशत वोट मिल रहा है तो बैलेट पेपर से 15 प्रतिशत ही वोट क्यों मिल रहा है।'

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने भी निकाय चुनावों के नतीजों को लेकर ईवीएम में छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, 'जहां-जहां ईवीएम का इस्तेमाल हुआ, वहां बीजेपी जीती। जहां सपा को जीत मिली वहां बैलेट पेपर का इस्तेमाल हुआ।'

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