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निर्मला सीतारमण आज संभालेंगी रक्षा मंत्री का कार्यभार, रविवार को कैबिनेट फेरबदल में हुआ था फ़ैसला

निर्मला सीतारमण को भारत की रक्षा मंत्री की ज़िम्मेदारी सौंपने का निर्णय रविवार को लिया गया था।

Updated on: 06 Sep 2017, 04:04 AM

नई दिल्ली:

निर्मला सीतारमण आज (बुधवार) देश की दूसरी महिला रक्षा मंत्री के तौर पर कार्यभार संभालेंगी। निर्मला सीतारमण को भारत की रक्षा मंत्री की ज़िम्मेदारी सौंपने का निर्णय रविवार को लिया गया था, जिसके बाद वह विश्व के तीसरे सबसे बड़े सुरक्षा बल की प्रमुख बन गईं।

बता दें कि रक्षामंत्री का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे जेटली रविवार को रक्षा मुद्दे पर द्विपक्षीय वार्ता के लिए जापान रवाना हुए थे। पूर्व रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर के गोवा का मुख्यमंत्री बनने के बाद जेटली को रक्षामंत्री का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।

रविवार होने की वजह से निर्मला सीतारमण उस दिन कार्यभार नहीं संभाल पायी और अरुण जेटली बतौर रक्षा मंत्री जापान यात्रा के लिए रवाना हो गए थे। अरुण जेटली ने इस बारे में जानकारी देते हुए रविवार को कहा था, 'मैं आज रात जापान की यात्रा पर जा रहा हूं। सामान्यत: नए रक्षामंत्री को जाना चाहिए था, लेकिन रविवार होने की वजह से अंतिम क्षण में ऐसा संभव नहीं हो सका।'

उन्होंने कहा, 'जापानी प्रधानमंत्री के भारत दौरे से पहले दोनों देशों के बीच यह काफी महत्वपूर्ण सुरक्षा वार्ता है, इसलिए बदलाव उपयुक्त नहीं है। मैं अगले दो दिनों तक वार्ता पूरी होने तक रक्षामंत्री के तौर पर काम करूंगा और सीतारमण वार्ता समाप्त होते ही यह पदभार संभाल लेंगी।'

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जेटली ने सीतारमण की नियुक्ति पर कहा कि वह इस पद के लिए बहुत ही सक्षम हैं और उनकी नियुक्ति से पूरे विश्व में साकारात्मक संदेश जाएगा।

निर्मला सीतारमण के रक्षा मंत्री बनाए जाने को लेकर अरुण जेटली, उमा भारती समेत कई मंत्रियों ने प्रसन्नता ज़ाहिर की थी। जेटली ने कहा, 'मैं इस बात से बहुत खुश हूं कि मेरे पास अब एक सफल उत्तराधिकारी है, जिसने अपना काम अपने तरीके से किया है और खुद को साबित किया है। उसने अपने लिए उपयुक्त जगह पा ली है।'

उन्होंने कहा, 'उनकी नियुक्ति देश के लिए काफी अच्छा है, न सिर्फ महिलाओं के लिए, बल्कि इससे पूरे विश्व में संदेश जाएगा।'

जेटली ने कहा कि सीतारमण के रक्षामंत्री नियुक्त होने के बाद मंत्रिमंडल की सुरक्षा समिति(सीसीएस) में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ महिलाओं की संख्या दो हो गई है। यह इतिहास में पहला मौका है जब सीसीएस में दो महिलाएं शामिल हुई हैं।

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वहीं मंगलवार को केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए कहा, ''उन्हें अपनी सहयोगी मंत्री निर्मला सीतारमण को रक्षामंत्री बनाए जाने पर 'बेहद' खुशी हुई है। जैसा बिहार में कहते हैं, भयानक अच्छा लगा।''

उन्होंने कहा कि यह कदम दिखाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिला सशक्तिकरण के प्रति ईमानदार हैं। हाल ही में हुए कैबिनेट फेरबदल में भारती को गंगा पुनर्जीवन मंत्रालय से हटा दिया गया है।

सीतारमण और फ्रांस की फ्लोरेंस पार्ली ही ऐसी दो महिलाएं हैं जो परमाणु शस्त्र संपन्न देशों के रक्षा मंत्रालयों की प्रमुख हैं।

पार्ली से पहले इस पद पर सिल्वी गोलार्ड थीं, जिन्होंने दो महीने से भी कम समय में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

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दुनियाभर के सैन्य आंकड़ों की निगरानी रखने वाले ग्लोबल फायर पावर (जीएफपी) के अनुसार, फ्रांस में 20,400 सक्रिय कर्मियों की फौज है।

1,60,000 सक्रिय सैन्यकर्मियों की फौज वाले बांग्लादेश के रक्षा मंत्रालय का प्रभार प्रधानमंत्री शेख हसीना के पास है।

अन्य महत्वपूर्ण महिला रक्षा मंत्री में - इटली की रॉबर्टा पिनोट्टी (2,47,000), जर्मनी की उर्सुला वोन डेर लेयेन (1,80,000), स्पेन की मारिया डोलोरेस कोस्पोडेल (1,24,100), दक्षिण अफ्रीका की नासिविवे मापिसा-नकाकुला (78,050) और ऑस्ट्रेलिया की मैरीस पेयने (60,000) के नाम शामिल हैं।

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