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हमारे लिए चुनौती युवाओं को उद्यमी बनाना है, न कि नौकरियां खोजने वाला: वेकैंया नायडू

उपराष्ट्रपति वेकैंया नायडू ने कहा कि ऐसे समय में जब नौकरियों की कमी है तो प्रमुख चुनौती देश के युवाओं को नौकरी चाहने वाले की जगह उद्यमी बनाने की है।

Updated on: 09 Nov 2017, 11:38 PM

नई दिल्ली:

उपराष्ट्रपति वेकैंया नायडू ने गुरुवार को कहा कि ऐसे समय में जब नौकरियों की कमी है और आय में असमानता जारी है, तो प्रमुख चुनौती देश के युवाओं को नौकरी चाहने वाले की जगह उद्यमी बनाने की है।

भारतीय युवा शक्ति ट्रस्ट (बीवाईएसटी) के रजत जयंती समारोह में नायडू ने कहा, 'भारत में असमानता जारी है और इसलिए समावेशी वृद्धि की जरूरत है।' बीवाईएसटी के समारोह में ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स मुख्य अतिथि रहे।

नायडू ने कहा, 'हमारे लिए चुनौती युवाओं को उद्यमी बनाना है, न कि नौकरियां खोजने वाला। नायडू ने उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के लिए राजग सरकार की कई पहल जैसे स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया व वंचित वर्गो के लिए मुद्रा फाइनेंस योजना का भी जिक्र किया।'

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बिजनेस स्टार्टअप के लिए प्रिंस चार्ल्स के ट्रस्ट के नमूने पर आधारित बीवाईएसटी की स्थापना लक्ष्मी वेंकटेशन ने की है। लक्ष्मी वेंकटेशन पूर्व राष्ट्रपति आर.वेंकटरमन की बेटी हैं।

लक्ष्मी ग्रामीण उद्यमिता 'ग्रामप्रेन्योर्स' के निर्माण में जुटी हैं। यह वंचित वर्गो के बीच उद्यमिता के लिए कार्य करता है, इसमें व्यापार संरक्षण भी शामिल है। वर्तमान में बीवाईएसटी के चेयरमैन बजाज ग्रुप के प्रमुख राहुल बजाज हैं।

बीवाईएसटी की आधिकारिक तौर पर 1992 में प्रिंस चार्ल्स द्वारा शुरुआत की गई और इसके संचालन को भारत के छह प्रमुख शहरों में विस्तार दिया गया।

इसके छह इलाकों में चार-दिल्ली, चेन्नई, पुणे व हैदराबाद में शहरी कार्यक्रम चलते है, जबकि दो क्षेत्रों हरियाणा व महाराष्ट्र में ग्रामीण कार्यक्रम चलते हैं।

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