logo-image

मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड: नीतीश सरकार के खिलाफ दिल्ली में तेजस्वी यादव का विरोध प्रदर्शन, राहुल गांधी देंगे साथ

मुजफ्फरपुर मामले को लेकर तेजस्वी यादव बिहार सरकार के खिलाफ जंतर मंतर पर धरना-प्रदर्शन कर कैंडल मार्च निकालेंगे। इसमें राहुल गांधी भी शामिल होंगे।

Updated on: 03 Aug 2018, 07:25 PM

नई दिल्ली:

बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित बालिका आश्रय गृह में 34 लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न मामले को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव शनिवार को नीतीश सरकार के खिलाफ देश की राजधानी दिल्ली में प्रदर्शन करेंगे। बिहार के मुख्यमंत्री को घेरने में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी उनका साथ देंगे।

तेजस्वी यादव मुजफ्फरपुर मामले (muzaffarpur shelter home case) को लेकर बिहार सरकार के खिलाफ जंतर मंतर पर धरना-प्रदर्शन कर कैंडल मार्च निकालेंगे। उन्होंने एजेंसी को इसकी जानकारी देते हुए कहा, 'नई दिल्ली स्थित जंतर मंतर में कई पार्टियों के नेता कल हमारे विरोध प्रदर्शन का हिस्सा होंगे। राहुल गांधी ने भी अपनी उपस्थिति की पुष्टि की है।'

बताया जा रहा है कि तेजस्वी के इस धरने में विपक्ष के कई नेता शामिल हो सकते हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के कई नेता इसमें शामिल होंगे।

ये भी पढ़ें: तेजस्वी यादव का बीजेपी पर अटैक, कहा-ब्रजेश ठाकुर को छुड़ाने के लिए केंद्रीय मंत्रियों का आया था फोन

बता दें कि मुजफ्फरपुर में एक बालिका आश्रय गृह के 11 कर्मचारियों को 24 जुलाई को लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद पुलिस ने आसपास के इलाकों में भी रेड मारी और 44 लड़कियों को बचाया।

बीते गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले को लेकर संज्ञान लिया।

न्यायमूर्ति मदन भीमराव लोकुर की अध्यक्षता में उच्चतम न्यायालय की डिवीजन खंडपीठ और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता ने बिहार सरकार और केंद्र को एक नोटिस जारी कर विस्तृत जवाब मांगा।

इस मामले को लेकर विपक्ष लगातार नीतीश सरकार पर निशाना साध रहा है। इस मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के साथ सीएम नीतीश की फोटो सामने आने के बाद उनसे इस्तीफे की मांग की जा रही है।

ये भी पढ़ें: 2019: मोदी के खिलाफ एकजुट विपक्ष, कांग्रेस, SP-BSP में बनी सहमति, PM पद के चेहरे पर कही यह बात

घटना कैसे हुई उजागर

इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब मुंबई की संस्था टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइसेंस की टीम ने बालिका गृह के सोशल ऑडिट रिपोर्ट में यौन शोषण का उल्लेख किया।

इसके बाद मुजफ्फरपुर महिला थाने में इस मामले की प्राथमिकी दर्ज कराई गई। फिर लड़कियों के चिकित्सकीय जांच में भी 34 लड़कियों के साथ दुष्कर्म होने की पुष्टि हुई थी। 

ये भी पढ़ें: हो जाएं सावधान, क्या आपके मोबाइल में भी अपने आप सेव हो गया UIDAI का 'कथित' हेल्पलाइन नंबर