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शिवसेना ने किया पीएम मोदी के बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का विरोध, जानिए क्यों

मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना की सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सहयोगी शिवसेना ने गुरुवार को इसकी आलोचना करते हुए इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 'महंगा सपना' बताया।

Updated on: 14 Sep 2017, 02:52 PM

New Delhi:

मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना की सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सहयोगी शिवसेना ने गुरुवार को इसकी आलोचना करते हुए इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 'महंगा सपना' बताया।

उन्होंने कहा कि इस परियोजना से देश को 108,000 करोड़ रुपये की चपत लगेगी।

भारत के पहले हाई-प्रोफाइल उच्च गति वाली रेल परियोजना की नींव गुरुवार को संयुक्त रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिंजो आबे ने रखी।

शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' और 'दोपहर का सामना' में कहा, 'जापान इस परियोजना के लिए कील से लेकर रेल, मानव शक्ति से लेकर प्रौद्योगिकी और यहां तक की सीमेंट-कंक्रीट सब कुछ लाएगा।'

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शिवसेना ने लिखा कि, 'भूमि और पैसा गुजरात और मुंबई से आएगा और टोक्यो सारा मुनाफा लेगा, लेकिन लूट और धोखाधड़ी के बावजूद सभी मोदी को इस परियोजना के लिए बधाई दे रहे हैं।'

सेना ने यह भी जिक्र किया कि मुंबई का बोझ से दबा और असुरक्षित उपनगरीय रेल धन और सुधार के अभाव से जूझ रहा है और राज्य में कई अधूरी परियोजनाएं लंबित हैं।

सेना ने कहा कि बुलेट ट्रेन भारत की आम जनता का सपना नहीं है। यह सिर्फ धनाढ्य वर्ग के लिए है और इसकेलिए गोयल खास तौर से चुने गए हैं और यह गुजरात को उद्योगपतियों कुछ नया देने के लिए हैं, जहां जल्द ही चुनाव होने वाले हैं।

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सेना ने निशाना साधते हुए कहा कि किसानों के छूट देने का मुद्दा उठाने पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इसे अराजकता बताते हैं और मोदी के सपने के लिए 30,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की धनराशि दे रहे हैं।

मुखपत्र में कहा गया, 'अब हम आशा और दुआ करते हैं कि बुलेट ट्रेन का इस्तेमाल मुंबई को लूटने के लिए नहीं किया जाए।'