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मोसुल से बचकर निकले हरजीत मसीह ने सरकार पर उठाए सवाल, कहा- मैंने सच्चाई बताई थी

इराक के मोसुल में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के चंगुल से 2014 में बचकर निकले एकमात्र भारतीय नागरिक ने सवाल उठाया है।

Updated on: 21 Mar 2018, 08:20 AM

highlights

  • मैं 39 भारतीयों के मारे जाने की खबर पिछले तीन साल से बता रहा था: मसीह
  • उन सभी की हत्या मेरी आंखों के सामने हुई है: हरजीत मसीह
  • आतंकियों ने उनपर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं: मसीह
  • इराक में मृत घोषित 39 भारतीयों के नाम

नई दिल्ली:

इराक के मोसुल में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के चंगुल से 2014 में बचकर निकले एकमात्र भारतीय नागरिक ने सवाल उठाया है

हरजीत मसीह का कहना है कि वहां बंधक बनाए गए सारे लोगों को जब सालों पहले ही मार दिया गया तो फिर सरकार ने इतने साल से इस बात को स्वीकार्य क्यों नहीं किया। उन्होंने कहा, 'मैंने सच्चाई बताई थी।'

उन्होंने अपनी बात जोरदार तरीके से तब उठाई जब सुषमा स्वराज ने संसद को बताया कि रडार के माध्यम से 39 लोगों के शव की तलाश की गई, जिनकी पहचान डीएनए जांच से हुई है।

गुरुदासपुर जिले के एक गांव के रहने वाले मसीह ने कहा, 'मैं 39 भारतीय लोगों के आईएसआईएस आतंकियों द्वारा मारे जाने के बार में पिछले तीन साल से बता रहा था।'

उन्होंने कहा, 'उन सभी की हत्या मेरी आंखों के सामने हुई है। मैं हैरान हूं कि सरकार क्यों नहीं मेरी बात पहले मान रही थी।'

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हालांकि स्वराज ने राज्यसभा में अपने बयान में उनके दावे का खारिज किया और कहा, 'वह मुझे यह नहीं बताना चाहते थे कि वह कैसे बचकर निकले।'

पूरी घटना बयां करते हुए 28 वर्षीय मसीह ने कहा, 'भारतीयों को आतंकियों ने अगवा किया और उनको बंधक बनाकर रखा। कुछ दिनों के बाद आतंकियों ने उनपर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं।'

उन्होंने कहा, 'मैं गोली लगने से घायल होने के बावजूद उनकी चंगुल से निकलकर भागने में कामयाब रहा।'

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इराक में लापता हुए सभी 39 लोग गरीब परिवार के थे और उनमें से अधिकांश पंजाब के गांवों के रहनेवाले थे। उनके परिवारों से बीते अक्टूबर में उनके डीएनए के नमूने लिए गए।

सुषमा स्वराज ने इससे पहले भरोसा उन्हें भरोसा दिलाया था कि लापता लोगों का पता लगाने की पूरी कोशिश की जाएगी।

इराक में मृत घोषित 39 भारतीयों के नाम

विदेश मंत्रालय के अनुसार, पंजाब के नागरिकों के नाम धरमिंदर कुमार, हरीश कुमार, हरसिमरनजीत सिंह, कंवलजीत सिंह, मल्कीत सिंह, रंजीत सिंह, सोनू, संदीप कुमार, मनजिंदर सिंह, गुरुचरण सिंह, बलवंत राय, रूप लाल, देविंदर सिंह, कुलविंदर सिंह, जतिंदर सिंह, निशान सिंह, गुरदीप सिंह, कमलजीत सिंह, गोबिंदर सिंह, प्रीतपाल शर्मा, सुखविंदर सिंह, जसवीर सिंह, परविंदर कुमार, बलवीर चंद, सुरजीत मैंका, नंद लाल और राकेश कुमार हैं।

हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश के मृतकों के नाम अमन कुमार, संदीप सिंह राणा, इंद्रजीत और हेम राज हैं।

पश्चिम बंगाल और बिहार

पश्चिम बंगाल से समर तिकदर और खोखन सिकदर थे, तो बिहार के नागरिकों के नाम संतोष कुमार सिंह, विद्या भूषण तिवारी, अदालत सिंह, सुनील कुमार कुशवाह, धर्मेद्र कुमार और राजू कुमार यादव हैं। राजू कुमार यादव को छोड़कर अन्य सभी के शवों की पहचान डीएनए नमूनों के आधार पर कर ली गई है।

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