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Video: 50 दिन बाद घर लौटे चेतन चीता, कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान लगी थी 9 गोलीयां

एम्स में भर्ती करवाया गया था तब चेतन चीता के सिर में गंभीर चोटें थीं, शरीर का ऊपरी हिस्सा बुरी तरह फ्रैक्चर था और दाईं आंख फूट गई थी।

Updated on: 05 Apr 2017, 05:27 PM

नई दिल्ली:

CRPF कमांडेंट चेतन चीता दो महीने तक कोमा में रहने के बाद अब होश में आ गए हैं और लोगों से बातचीत कर रहे हैं। चीता को जब एम्स के ट्रॉमा सेंटर लाया गया था, तब उनकी हालत बेहद गंभीर थी। उनके सिर में गंभीर चोटें लगी थी साथ ही शरीर के ऊपरी हिस्सों में कई जगहों पर फ्रैक्चर भी हुआ था।

उनके ठीक होने के बाद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू उनसे मिलने एम्स के ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। डॉक्टर्स इसे चमत्कार बता रहे हैं। AIIMS ट्रॉमा सेंटर के डॉक्टरों ने मंगलवार को एक अंग्रेजी अखबार को बताया कि अब चेतन चीता डिस्चार्ज होने के लिए फिट हैं।  

बता दें कि कोटा निवासी चेतन सीआरपीएफ में कमांडेंट के पद पर रहते हुए 14 फरवरी को कश्मीर के बांदपोरा में बॉर्डर पर आतंकियों का सामना कर रहे थे। इसी दौरान उनके सीने सहित पूरे शरीर से 9 गोलियां आर-पार हो गई थीं। इसके बावजूद चीता ने हार नहीं मानी और एक आतंकी को ढेर कर दिया।

 

जब उन्हें एम्स में भर्ती करवाया गया था तब उनके सिर में गंभीर चोटें थीं, शरीर का ऊपरी हिस्सा बुरी तरह फ्रैक्चर था और दाईं आंख फूट गई थी।

एक डॉक्टर ने बताया, 'उनका GCS (सिर की चोट की गंभीरता मापने का एक टेस्ट) स्कोर M3 था। अब उनका स्कोर M6 है। वह होश में हैं और स्थिर हैं।'

घायल हालत में चीता को पहले श्रीनगर के आर्मी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जहां उनकी ब्लीडिंग रोकने के लिए दवाइयां दी गईं थी। हालांकि चोटों की गंभीरता को देखते हुए उन्हें एयर ऐंबुलेंस के जरिए AIIMS के ट्रॉमा सेंटर ले जाने का फैसला किया गया था।

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शरीर के कई अंगों में चोट के कारण उनका इलाज कई विभाग के डॉक्टर्स उनका इलाज कर रहे थे। जिसके बाद वे अब ठीक हो पाए हैं। 

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