logo-image

पीएम मोदी ने डेनमार्क के मंत्री से उठाया पुरुलिया हथियार कांड के आरोपी के प्रत्यर्पण का मुद्दा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुरुलिया में हथियार गिराने के आरोपी किम डेवी के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया।

Updated on: 10 Jan 2017, 10:07 PM

नई दिल्ली:

8वें वाइब्रेंट गुजरात समिट में शामिल होने आए डेनमार्क के मंत्री लार्स क्रिश्चियन लिलेहोल्ट से मुलाकात कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुरुलिया में हथियार गिराने के आरोपी किम डेवी के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, 'मोदी ने लार्स मुलाकात में किम डेवी के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया और उम्मीद जताई कि डेनमार्क भारत की संवेदनशीलता का ध्यान रखेगा और अपना पूरा सहयोग देगा। डेनमार्क के मंत्री ने इस मामले को देखने का भरोसा दिया।'

वर्ष 1995 के पुरुलिया आर्म्स ड्रॉप मामले का डेवी प्रमुख अभियुक्त है। इस मामले में पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में एंटोनोव एन-26 विमान से अवैध हथियार गिराए गए थे।

मोदी ने मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजाइम (एमटीसीआर) और परमाणु आपूर्ति समूह (एनएसजी) की सदस्यता के लिए डेनमार्क के समर्थन के लिए आभार जताया।

भारत पिछले वर्ष जून में एमटीसीआर का सदस्य बना, जबकि एनएसजी में शामिल होने के प्रयास को चीन ने वीटो के जरिए रोक दिया है।

इसे भी पढ़ें: 8वें वाइब्रेंट गुजरात समिट में बोले पीएम मोदी, भारत दुनिया में व्यापार के लिए सबसे अच्छी जगह होगा

लार्स डेनमार्क के ऊर्जा, जन उपयोगी सेवा और जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से यह भी कहा कि डेनमार्क स्मार्ट सिटी परियोजना में भागीदारी के लिए इच्छुक है और वह शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू के जल्द डेनमार्क यात्रा पर आने का इंतजार कर रहा है। डेनमार्क भारत के साथ हरित ऊर्जा विशेषकर वायु और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भी सहयोग करना चाहता है।

लार्स ने बंदगाह और जहाजरानी, अपशिष्ठ जल प्रबंधन और ऊर्जा दक्षता के क्षेत्र में भी हिस्सा लेना चाहता है। इन सारे क्षेत्रों में डेनमार्क को पर्याप्त विशेषज्ञता हासिल है।

मोदी ने उल्लेख किया कि द्विपक्षीय व्यापार 2.8 अरब डालर का है और डेनमार्क का भारत में निवेश 6 अरब डॉलर का है जो दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश की ताकत को दर्शाता है।