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मोदी का 68वां जन्मदिन: नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री के तौर पर मना रहे चौथा जन्मदिन, उनके अब तक के बड़े बयान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 68वां जन्म दिन है। पीएम अपने जन्म दिन पर सरदार सरोवर बांध का लोकार्पण करेंगे।

Updated on: 17 Sep 2017, 09:55 AM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 68वां जन्म दिन है और प्रधानमंत्री के तौर पर वो चौथा जन्म दिवस मना रहे हैं। उनका जन्मदिन बीजेपी 'सेवा दिवस' के रूप में मनाएगी और देशभर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। पीएम मोदी अपने जन्म दिन पर सरदार सरोवर बांध का लोकार्पण करेंगे।

इन सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई फैसले लिये और कई मुद्दों पर अपनी राय भी रखी। सभी मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी। जिस पर अनके समर्थकों ने तारीफ भी की और विरोधियों ने आलोचना भी की।

आइये जानते हैं उनके विभिन्न मुद्दों पर पिछले चार साल में दिये उनके बयानों के बारे में।

1. मुझे भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिये लोगों ने चुना है। अगर भारत में पैसा लूटा गया है और उसे बाहर भेजा गया है तो ये हमारी जिम्मेदारी है कि उसे वापस लाया जाए।

2. मैं इसलिये नहीं पैदा हुआ कि इस उच्च पद पर बैठूं। मेरे पास जो भी था मैने उसे छोड़ दिया चाहे वो मेरा परिवार हो, घर हो मैने सब कुछ देश के लिये छोड़ दिया।

3. मुझे देश के लिये मरने का मौका नहीं मिला, लेकिन मुझे देश के लिये जीने का मौका मिला है।

4. मैं आपको एक वादा कर सकता हूं। अगर आप 12 घंटे काम करेंगे तो मैं 13 घंटे काम करूंगा। अगर आप 14 घंटे काम करेंगे तो मैं 15 घंटे काम करूंगा। क्यों? क्योंकि मैं प्रधानमंत्री नहीं, बल्कि मैं प्रधान सेवक हूं।

5. लोग पूछते हैं कि आपका सपना क्या है? मैं कहता हूं कि भाई मैं यहां तक चाय बेचकर पहुंचा हूं। मैं छोटा आदमी हूं। मेरा ध्यान छोटे और साधारण कामों पर होता है। बड़ी चीज़ें मैं छोटे और गरीबों के लिये हासिल करना चाहता हूं।

6. मैं अभिभावकों से पूछना चाहता हूं कि जब बेटियां 11 या 14 साल की होती हैं तो उन पर नज़र रखी जाती है। क्या अभिभावकों ने कभी बेटों से पूछा कि वो कहा जा रहे हैं और किससे मिले? बलात्कारी भी किसी के बेटे होते हैं अभिभावकों को ये जिम्मेदारी लेनी होगी कि वो अपने बेटों को गलत राह पर जाने से रोकें।

7. जब भारत ने आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के लिये सर्जिकल स्ट्राइक किया तो पूरी दुनिया को भारत की ताकत का पता चला। सबने माना कि भारत संयम बरतता है लेकिन जब ज़रूरत होती है तो वो ताकत का इस्तेमाल कर सकता है।

8. मैं आपकी समस्या समझ सकता हूं ऐसा रोग जिसने इस देश को 70 साल से देश को खा रहा है। इसका इलाज आसान नहीं होगा भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिये नोटबंदी जैसा कदम उठाना जरूरी था। कालाधन जमा करने वाले लोगों ने गरीबों का हक मारकर पैसा जमा किया है।

9. तीन तलाक के मसले को राजनीति के चश्मे से न देखें। मुझे विश्वास है कि मुस्लिम समुदाय के जागरूक लोग आगे आएंगे और इस परंपरा को खत्म करेंगे ताकि मुस्लिम समाज की मां और बेटियों को इस अभिशाप से मुक्ति मिले। आगे आइये और एक समाधान खोजिये।

10. राष्ट्र नीति राजनीति से ऊपर है और मैं सभी दलों और अलग-अलग दलों की राज्य सरकारों को जीएसटी का समर्थन करने के लिये धन्यवाद देता हूं। हम एक ऐसे टैक्स सिस्टम की ओर बढ़ रहे हैं जिससे एकरूपता आएगी।

11. अब इसे देश में कोई न तो बड़ा है न ही छोटा। हम मिलकर परिवर्तन लाएंगे और एक नए भारत का निर्माण करेंगे। जहां सबको समान मौका मिलेगा। हमें 'चलता है' की सोच छोड़कर 'बदल सकता है' की सोच अपनानी होगी।

12. गौ-भक्ति के नाम पर लोगों को मारना स्वीकार नहीं किया जा सकता है। ऐसी हरकतों का समर्थन महात्मा गांधी कभी नहीं करते। हिंसा से समस्या का समाधान नहीं हो सकता है। किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है।

13. क्या सफाई सिर्फ कर्मचारियों की जिम्मेदारी है? नागरिकों को इसकी जिम्मेदारी नहीं उठानी चाहिये? हम मंगल ग्रह पर पहुंच गए कोई पीएम नहीं गया लोगों ने इसे संभव बनाया। हमारे वैज्ञानिकों ने इसे संभव किया। तो क्या हम स्वच्छ भारत का निर्माण नहीं कर सकते?

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