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मोदी सरकार का रोजगार पैदा करने का नहीं है कोई लक्ष्य, मंत्री ने दी जानकारी

साल 2014 में युवाओं को 2 करोड़ नौकरियों को वादा कर सत्ता में आई नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्री संतोष गंगवार ने कहा है कि सरकार का रोजगार के अवसर पैदा करने का कोई लक्ष्य नहीं है।

Updated on: 20 Mar 2018, 08:44 PM

नई दिल्ली:

साल 2014 में युवाओं को 2 करोड़ नौकरियों को वादा कर सत्ता में आई नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्री संतोष गंगवार ने कहा है कि सरकार का रोजगार के अवसर पैदा करने का कोई लक्ष्य नहीं है।

केंद्र सरकार से लोकसबा में रोजगार के एक सवाल पर केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने अपने लिखित जवाब में कहा, 'केंद्र सरकार का रोजगार के अवसर पैदा करने का कोई निश्चित लक्ष्य नहीं है।'

इंडियन नैशनल लोकदल के सांसद दुष्यंत चौटाला की और से बीते तीन सालों में सरकारी और निजी सेक्टर में मिलने वाले रोजगार के बारे में सवाल पूछा था।

इसी के जवाब में गंगवार ने सदन को संबोधित करते हुए कहा, 'सरकार की तरफ से ऐसा कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं है। हालांकि रोजगार के अवसर पैदा करना और नौकरियों में सुधार करना सरकार की प्रमुख चिंता है।'

संतोष गंगवार ने कहा कि केंद्र सरकार निजी सेक्टर को प्रोत्साहित करते हुए रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए कई गदम उठाए हैं। इसके लिए श्रम मंत्री ने दीनदयाल ग्रामीण कौशल्य योजना और मनरेगा जैसी स्कीमों का जिक्र भी किया।

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इनेलो सांसद दुष्यंत चौटाला ने इंटरनैशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन की उस रिपोर्ट को लेकर यह सवाल पूछा था जिसमें आशंका जताई गई थी कि इस साल भारत में 2017 के मुकाबले बेरोजगारों की संख्या में 30 लाख का इजाफा हो जाएगा।

आईएलओ की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2018 में भारत में 18.6 मिलियन यानी 1 करोड़ 86 लाख लोग बेरोजगार होंगे जिसका आंकड़ा साल 2017 में 18.3 मिलियन था।

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