logo-image

मोदी कैबिनेट: नेता पर भारी पड़े ब्यूरोक्रेट्स, 9 में से चार पूर्व अधिकारी बने मंत्री

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को तीसरी बार अपनी कैबिनेट का विस्तार करेंगे। मोदी की टीम में 5 राजनेता जबकि 4 पूर्व ब्यूरोक्रेट्स को जगह दी जाएगी।

Updated on: 03 Sep 2017, 07:04 AM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को तीसरी बार अपनी कैबिनेट का विस्तार करेंगे। मोदी की टीम में 5 राजनेता जबकि 4 पूर्व ब्यूरोक्रेट्स को जगह दी जाएगी।

पीएम मोदी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष अमित शाह ने फाइनल लिस्ट तैयार की।

कैबिनेट में शामिल किए जाने वाले चेहरों में उत्तर प्रदेश से शिव प्रताप शुक्ला और सत्यपाल सिंह (पूर्व IPS), बिहार से अश्विनी चौबे और आर.के. सिंह (पूर्व IAS), मध्यप्रदेश से वीरेंद्र कुमार, कर्नाटक से अनंतकुमार हेगड़े, राजस्थान से गजेंद्र सिंह शेखावत, हरदीप सिंह पुरी (पूर्व आईएफएस) और के.जे. अल्फोंस ( पूर्व आईएएस अधिकारी) शामिल हैं।

ब्यूरोक्रेट्स जिन्हें मोदी कैबिनेट में मिली जगह

सत्यपाल सिंह: उत्तर प्रदेश के बागपत से सांसद सत्यपाल सिंह 23 अगस्त 2012 से 31 जनवरी 2014 तक मुंबई पुलिस कमिश्नर रहे। संसदीय सुरक्षा के लिए बनी कमेटी का सत्यपाल नेतृत्व करते रहे हैं। उन्होंने 2014 में बीजेपी में शामिल होने के बाद राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) प्रमुख अजित सिंह को हराया था। अजित सिंह का बागपत सीट पर 1989 से कब्जा था।

यह भी पढ़ें: मोदी कैबिनेट विस्तार: उत्तर से दक्षिण तक का रखा ख्याल, 2019 के लिए हैं पूरी तरह तैयार

आरके सिंह: 1975 बैच के बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी केंद्रीय गृह सचिव रह चुके हैं। उन्होंने 2013 में बीजेपी का दामन थामा था और 2014 लोकसभा चुनाव में आरा से सांसद बने।

सिंह ने समस्तीपुर के जिलाधिकारी रहते हुए बीजेपी के वरिष्ठ बीजेपी नेता लाल कृष्ण आडवाणी को अक्टूबर 1990 में गिरफ्तार किया था। दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से पढ़े सिंह ने आपदा प्रबंधन के लिए भी काफी काम किया है।

हरदीप सिंह पुरी: दिल्ली से ताल्लुक रखने वाले हरदीप सिंह पुरी 1974 बैच के आईएफएस अफसर रह चुके हैं। वह संयुक्त राष्ट्र में कई अहम पदों पर रह चुके हैं। पुरी राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेशी मामलों के जानकार हैं।

अल्फोंस कन्ननाथनम: 1979 केरल बैच के आईएएस अधिकारी और बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं। दिल्ली में कमिश्नर रहते हुए उन्होंने 14310 अवैध इमारतों को गिरा दिया था। जिसके बाद अल्फोंस काफी चर्चा में आए थे। जिसके बाद अल्फोंस काफी चर्चा में आए थे। अल्फोंस 1994 में टाइम्स मैगजीन ने 100 यंग ग्लोबल लीडर्स की सूची में शामिल किया था।

यह भी पढ़ें: जानिए किन वजहों से पीएम मोदी ने छीन ली इन 6 मंत्रियों की कुर्सी

वो राजनेता जिन्हें कैबिनेट में मिलेगी जगह

अश्विनी चौबे: बक्सर से सांसद चौबे पार्टी के प्रमुख ब्राह्मण चेहरे से माने जाते हैं। गिरिराज सिंह की कैबिनेट से छुट्टी के बाद इन्हें जगह दी जाएगी। अश्विनी चौबे बिहार सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं। बीजेपी के वरिष्ठ नेता चौबे 2013 में आई केदारनाथ त्रासदी पर एक किताब भी लिखी है।

शिव प्रताप शुक्ला: उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद शुक्ला को मोदी कैबिनेट में जिम्मेदारी मिल सकती है। वह रुद्रपुर के रहने वाले हैं। आपको बता दें की मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री महेंद्र नाथ पांडेय को उत्तर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वह अब मोदी कैबिनेट से इस्तीफा देंगे। ऐसे में ब्राह्मण चेहरे शिव प्रताप शुक्ला को कैबिनेट मंत्री बनाया जाएगा।

अनंत हेगड़े: बीजेपी नेता अनंत कुमार हेगड़े कर्नाटक से ताल्लुक रखते हैं और वह लोकसभा सांसद हैं।

गजेंद्र सिंह शेखावत: शेखावत जोधपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी सांसद हैं। शेखावत भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा से जुड़े रहे हैं।

वीरेंद्र कुमार: कुमार मध्य प्रदेश के टिकमगढ़ से सांसद हैं।

यह भी पढ़ें: नीतीश बताएं, बाढ़ 2 पैर वाले चूहों या 4 पैर वाले चूहों से आई: लालू