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मोदी के मंत्री अल्फोंस का बेतुका बयान, 'पेट्रोल-डीजल खरीदने वाले भूखे तो नहीं मर रहे'

केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री केजे अल्फोंस ने कहा कि सरकार पेट्रोलियम पर टैक्स लगा रही है ताकि इससे गरीब लोगों के लिए योजनाएं शुरू की जा सकें।

Updated on: 16 Sep 2017, 05:52 PM

highlights

  • लागातार पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों से सवालों के घेरे में मोदी सरकार
  • कई शहरों में 80 रुपये तक बिक रहे हैं पेट्रोल
  • अल्फोंस का दावा, गरीबों के लिए टैक्स वसूलती है सरकार

नई दिल्ली:

पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों पर घिर रही केंद्र सरकार के मंत्री केजे अल्फोंस कननथनम ने कहा है कि जो लोग इसे खरीद रहे हैं वे भूख से मरने वाले लोग नहीं है।

केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री केजे अल्फोंस ने कहा कि सरकार पेट्रोलियम पर टैक्स लगा रही है ताकि इससे गरीब लोगों के लिए योजनाएं शुरू की जा सकें।

मीडिया से बात करते हुए अल्फोंस ने कहा, 'हम टैक्स लगा रहे हैं ताकि गरीब लोग की जिंदगी बेहतर हो सके। आज जो पैसे आ रहे हैं उसे हम चुरा नहीं रहे हैं। सरकार ने जो फैसला लिया है उसे सोच-समझकर लिया है।'

बता दें कि पिछले तीन सालों में पेट्रोल और डीजल के दाम ऊंचाई पर हैं। नई नीति के तहत देश में हर दिन पेट्रोल-डीजल के दाम संशोधित होते हैं। 

अल्फोंस के मुताबिक, 'पेट्रोल कौन खरीदता है। वैसे लोग जिनके पास कार और बाइक हैं। निश्चित तौर पर वह भूखे नहीं मर रहे हैं। जिनमें इसका भुगतान करने की क्षमता है उन्हें करना ही होगा।'

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अल्फोंस ने कहा, 'हम यहां गरीब और कमजोर तबके के लोगों के लिए हैं। हमारी कोशिश है कि हर गांव में बिजली पहुंचे, घर बने, टॉयलट बने।'

उन्होंने कहा कि इन सभी कामों के लिए पैसा चाहिए और इसलिए उन लोगों पर टैक्स लगाया जा रहा है जो इसका भार उठा सकते हैं।

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