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सूरत में 11 साल की बच्ची की बलात्कार के बाद हत्या, मारने के पहले किया गया प्रताड़ित

कठुआ और उन्नाव में हुए बलात्कार के बाद गुजरात के सूरत में एक 11 साल की लड़की के बलात्कार के बाद हत्या का मामला सामने आया है।

Updated on: 16 Apr 2018, 03:42 PM

नई दिल्ली:

कठुआ और उन्नाव की घटना ने देश को हिलाकर रख दिया है लेकिन बलात्कार के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। कठुआ और उन्नाव में हुए बलात्कार के बाद गुजरात के सूरत में एक 11 साल की लड़की के बलात्कार के बाद हत्या का मामला सामने आया है। इस मामले में पीड़ित बच्ची की पहचान नहीं हो पाई है और न ही आरोपियों की।

पुलिस इस मामले की जांच कर रही है साथ ही पीड़िता और आरोपियों की शिनाख्त करने की कोशिश भी कर रही है। हालांकि पुलिस ने बच्ची का पोस्टमॉर्टम करवाकर मामला दर्ज कर लिया है।

पोस्ट मार्टम रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता के शरीर पर 86 घाव के निशान पाए गए और उसके प्राइवेट पार्ट्स को भी चोट पहुंचाई गई है।

इस बच्ची का शव 6 अप्रैल को भेटसान इलाके में क्रिकेट के मैदान के पास झाड़ियों में पड़ा मिला था। जिसकी जानकारी राहगीरों ने पुलिस को दी।

पंडेसरा पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर ने बताया कि ऑटॉप्सी रिपोर्ट में कहा गया है कि लड़की के निजी अंगों पर मिले निशान से पता चलता है कि उसे प्रताड़ित किया गया और उसके साथ दुष्कर्म किया गया। उसका गला घोंट कर हत्या की गई।

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पहले पुलिस ने बताया था कि एक लड़की का शव मिला है। लेकिन इसकी पूरी जानकारी सूरत के पुलिस आयुक्त सतीश शर्मा ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में दिया।

उन्होंने बताया कि अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302, 323 और 376 के तहत और पॉक्सो कानून के प्रावधानों के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गयी है।

शहर के सिविल अस्पताल में डॉक्टर गणेश गोवेकर ने बताया कि लड़की के शरीर पर चोट के 80 से ज्यादा निशान मिले हैं।

उन्होंने कहा, ‘चोट के निशानों को देखते हुए, ऐसा प्रतीत होता है कि उसे ये चोटें एक सप्ताह पूर्व से लेकर शव बरामद होने से एक दिन पहले तक दी गई होंगी। इससे प्रतीत होता है कि शायद लड़की का अपहरण कर उसे प्रताड़ित किया गया और शायद उसके साथ बलात्कार भी किया गया।’

पुलिस आयुक्त ने कहा कि जांच शहर पुलिस की अपराध शाखा को सौंप दी गयी है और बच्ची की पहचान के लिए समस्त प्रयास किये जा रहे हैं। 

उन्होंने बताया, 'जिस जगह पर लड़की का शव मिला वहा पर किसी ऐसे निशान नहीं मिले हैं जिससे संघर्ष का पता चल सके। संभवः शव को बाहर लाकर यहां फेंका गया है। पोस्ट मॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार लड़की को 6 से 24 घंटे पहले मारा गया होगा। वो शायद बाहर से लाई गई थी।'

पुलिस ने लड़की की पहचान के लिये 1200 पोस्टर्स शहर में लगाए हैं और इसके अलावा पीड़िता या उसके परिवार वालों का पता बताने के लिये 20,000 रुपये का ईनाम भी रका गया है।

पुलिस का कहना है कि पीड़िता के माता-पिता की भा पहचान नहीं हो पाई है। 

कठुआ और उन्नाव मामले देश भर में प्रदर्शन हो रहा है। सूरत की इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में नाराज़गी है।

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