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तूतीकोरिन हिंसा: स्टरलाइट के नए स्मेल्टर निर्माण पर मद्रास हाई कोर्ट ने लगाई रोक, गृह मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट

तमिलनाडु के तूतीकोरिन में वेदांता समूह की कंपनी स्टरलाइट के खिलाफ हुई विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा को लेकर गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है।

Updated on: 23 May 2018, 01:40 PM

highlights

  • तमिलनाडु के तूतीकोरिन में वेदांता समूह की कंपनी स्टरलाइट में हुई हिंसा पर गृह मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट
  • वहीं हिसा के बाद मद्रास हाई कोर्ट की मदुरै बेंच ने कंपनी के नए कॉपर स्मेलटर के निर्माण पर अंतरिम रोक लगा दी है

नई दिल्ली:

तमिलनाडु के तूतीकोरिन में वेदांता समूह की कंपनी स्टरलाइट कॉपर के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा को लेकर गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है।

मंगलवार को हुई हिंसा में पुलिस की गोलीबारी से 11 लोगों की मौत के बाद तूतीकोरिन में स्थानीय प्रशासन ने धारा 144 लगा रखी है। इलाके में भारी तनाव की स्थिति को देखते हुए सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम किए गए हैं।

केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि मंत्रालय इस पूरे मामले को लेकर राज्य सरकार के संपर्क में है।

इस बीच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी राज्य के पुलिस महानिदेशक और मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

गौरतलब है कि स्टरलाइट कॉपर में नए स्मेल्टर के निर्माण के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसक झड़प के बाद पुलिस को गोली चलानी पड़ी थी, जिसमें 11 लोग मारे गए।

हिंसा के बाद मद्रास हाई कोर्ट की मदुरै बेंच ने कंपनी के नए कॉपर स्मेलटर के निर्माण पर अंतरिम रोक लगा दी है।

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गौरतलब है कि कंपनी ने तूतीकोरिन के अपने इस संयंत्र में चार लाख टन प्रति वर्ष स्टरलाइट कॉपर परियोजना के विस्तार की घोषणा की थी, जिसके खिलाफ यहां लोग बीते 100 दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे।

परियोजना की वजह से पर्यावरण और स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर लोग इस संयंत्र को बंद किए जाने की मांग कर रहे हैं।

बैकफुट पर राज्य सरकार

पुलिसिया गोलीबारी में हुई मौत के बाद राज्य सरकार इस मामले में बैकफुट पर हैं। 

कांग्रेस प्रेसिडेंट राहुल गांधी ने इसे 'राज्य प्रायोजित आतंकवाद' बताया है।

उन्होंने कहा, 'तमिलनाडु में स्टरलाइट के विरोध प्रदर्शन के दौरान 9 लोगों को गोली मार देना, राज्य प्रायोजित आतंकवाद का क्रूर उदाहरण है। न्याय की मांग कर रहे लोगों की हत्या की गई है। मेरी संवेदनाएं इस घटना में मारे गए लोगों के परिवार वालों के साथ है।'

घटना की निंदा करते हुए द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन ने इस हिंसा के खिलाफ 25 मई को सवर्दलीय विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है।

स्टालिन ने पुलिसिया कार्रवाई और राज्य सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस हिंसा के खिलाफ सभी दलों को एकजुट होना चाहिए।

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