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मराठा समुदाय को आरक्षण देने की मांग को लेकर आंदोलकारियों ने पुणे-सोलापुर राज्य मार्ग किया बंद

मंगलवार को मराठा आरक्षण की मांग को लेकर एक साइंस ग्रेजुएट युवक ने बीड जिले में मंगलवार अपराह्न् आत्महत्या कर ली।

Updated on: 01 Aug 2018, 11:05 AM

नई दिल्ली:

माराठी लोगों के लिए सरकारी नौकरी और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन और भी तेज़ होता जा रहा है। बुधवार को एक क़दम आगे बढ़ते हुए जेल भरो आंदोलन शुरू होने जा रहा है।

वहीं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। बता दें कि आरक्षण की मांग को लेकर अब तक कुल 6 लोगों ने ख़ुदकुशी कर ली है।

मंगलवार को मराठा आरक्षण की मांग को लेकर एक साइंस ग्रेजुएट युवक ने बीड जिले में मंगलवार अपराह्न् आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार, अभिजीत देशमुख ने वीरा गांव में अपने घर के बाहर पेड़ से फांसी लगा ली। आत्महत्या से पहले लिखे नोट में उसने इसके कई कारण बताए हैं।

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# मराठा समुदाय को आरक्षण देने की मांग को लेकर आंदोलकारियों ने पुणे-सोलापुर राज्य मार्ग किया बंद

उसकी शर्ट की जेब से बरामद नोट में, उसने लिखा है कि मराठा आरक्षण की मांग स्वीकार करने में हो रही देरी, बैंक के बकाया कर्ज और अपने बीमार परिवारजनों के लिए दवाइयां नहीं ला पाने के कारण वह जान दे रहा है।

इससे पहले मराठा आरक्षण की मांग को लेकर सोमवार को महाराष्ट्र के कई हिस्सों में आगजनी, सड़क जाम, पुलिस पर हमले, बंद की ताजा घटनाएं हुईं, जबकि एक व्यक्ति ने ट्रेन के नीचे कूदकर आत्महत्या कर ली।

पुणे के चाकन के बड़े इलाकों व आसपास के उस्मानाबाद, सोलापुर, कोल्हापुर, नंदूरबार व औरंगाबाद में अगजनी, हिंसा, सड़क जाम करने की छिपुट घटनाएं हुईं और पैदल व मोटरसाइकिल पर नारेबाजी के साथ जुलूस निकाले गए। कई पुलिस थाना इलाकों में निषेधाज्ञा लागू की गई थी।

औरंगाबाद में प्रमोद होरे पाटील ने फेसबुक पर एक पोस्ट डालने के बाद ट्रेन के नीचे कूदकर आत्महत्या कर ली। उसने रविवार को आत्महत्या की थी, लेकिन उसका शव सोमवार को मुकुंदवाड़ी रेलवे स्टेशन के पास बरामद किया गया। इससे जिले के कुछ हिस्सों में बंद रहा।

मराठा आंदोलन के पुणे के चाकन, हिंजेवाड़ी, खेड़ व पुणे-नासिक राजमार्ग पर हिंसक हो जाने से पांच राज्य परिवहन की बसों सहित दो दर्जन वाहनों को आग लगा दी गई।

नाराज प्रदर्शनकारियों ने चाकन पुलिस थाने को निशाना बनाया और इस हिंसा में करीब पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके अलावा शहर में तीन लोग पथराव में घायल हो गए।

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े व निषेधाज्ञा लगाई। चाकन व दूसरे शहर पूरी तरह से बंद रहे। सभी राजनीतिक दलों ने मराठा नेताओं से शांति व संयम की अपील की।

इस बीच सत्तारूढ़ सहयोगी शिवसेना और विपक्षी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने अपने विधायकों के साथ बैठकें की।

विधानसभा में विपक्ष के नेता कांग्रेस के राधाकृष्ण विखे-पाटील ने राज्यपाल सी वी राव को पत्र लिखकर राज्य सरकार व आंदोलन कर रहे मराठाओं के बीच हिंसा व लंबित आरक्षण मुद्दे के शीघ्र हल के लिए दखल करने की मांग की।

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