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केरल में मौत के सैलाब ने ली अब तक 67 लोगों की जान, पूरे राज्य में रेड अलर्ट जारी

इन मौतों की रपट के बाद, राज्य में 18 अगस्त से हो रही मूसलाधार बारिश में मरने वालों की संख्या बढ़कर 58 हो गई है।

Updated on: 15 Aug 2018, 10:32 PM

तिरुवनंतपुरम:

केरल में बुधवार को फिर जोरदार बारिश होने से 19 और लोगों की मौत हो गई। और अधिक तबाही के बाद अधिकारियों को पूरे राज्य में रेड अलर्ट जारी करना पड़ा है। इन मौतों की रपट के बाद, राज्य में 18 अगस्त से हो रही मूसलाधार बारिश में मरने वालों की संख्या बढ़कर 67 हो गई है।

केरल के 14 जिलों में से 11 में बुधवार दोपहर बाद रेड अलर्ट जारी किया गया जिसमें इडुक्की, कोझिकोड, वायनाड, मलप्पुरम, पाथनमथिट्टा, कन्नुर और एर्नाकुलम शामिल है।

कोचीन हवाईअड्डे को इसके परिसर में पानी घुसने की वजह से शनिवार तक बंद कर दिया गया है। मंगलवार को देर रात शुरू हुई मूसलाधार बारिश के बाद राज्य के 33 बांधों के गेट को खोलना पड़ा। ऐसा पहली बार हुआ है।

बारिश के शनिवार तक जारी रहने की संभावना जताई गई है। मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने केरल में आई इस त्रासद बाढ़ का सामना करने के लिए लोगों से उदारता से आर्थिक व अन्य तरह से योगदान देने की अपील की है।

विजयन ने बुधवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की। उन्हें सभी जरूरी मदद का आश्वासन दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य में मदद करने के लिए और बलों को भेजने का वादा किया।

बुधवार को भारी बारिश के बाद घर गिरने से मलप्पुरम में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई। तीन लापता बताए जा रहे हैं, जबकि एक बच्चे को बचा लिया गया है।

एक व्यक्ति की मौत मुन्नार में लॉज के गिरने की वजह से हुई। पाथनमथिट्टा में एक 70 वर्षीय महिला की मौत करंट लगने से हो गई। इस महिला का घर पानी में डूब गया था।

भूस्खलन से मलप्पुरम में भी लोगों की जान गई है। तिरुवनंतपुरम जिले में घर की दीवार गिरने से एक सत्तर वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई।

राज्य की राजधानी में बुधवार को मूसलाधार बारिश हुई, जिसमें निचले इलाके डूब गए। अधिकारियों ने लोगों के लिए तत्काल वहां 14 राहत शिविरों खोला।

जिन लोगों को उनके घर से सुरक्षित बाहर निकाला गया, उनमें कांग्रेस नेता व राज्य में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष वी.एम. सुधीरन व उनकी पत्नी शामिल हैं। अभिनेता व राज्यसभा सदस्य सुरेश गोपी के घर में भी बाढ़ का पानी घुस गया है।

बुधवार को विजयन ने बारिश के बीच स्वतंत्रता दिवस परेड की सलामी ली और सभी को उदारता से योगदान देने के लिए कहा।

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यहां 72वीं स्वतंत्रता दिवस परेड को संबोधित करते हुए विजयन ने लोगों से हर संभव सहयोग करने की अपील करते हुए कहा कि राज्य इस समय सबसे भीषण प्राकृतिक आपदा का सामना कर रहा है।

उन्होंने कहा, 'इस वर्ष हम ऐसे समय स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं जब बाढ़ ने पूरे राज्य में तबाही मचाई हुई है। राज्य ने ऐसी विपदा का सामना पहले कभी नहीं किया। लेकिन, अगर हम सब एक हो जाएं तो हम किसी भी आपदा का सामना कर लेंगे।'

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बाढ़ के बावजूद ज्यादातर स्थानों पर स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में लोगों की सक्रिय उपस्थिति देखी गई।