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महाराष्ट्र: गढ़चिरौली में पुलिस मुठभेड़ में नक्सली नेता साईनाथ समेत 16 नक्सली ढेर

महाराष्ट्र में नक्सल विरोधी अभियान को बड़ी कामयाबी मिली है। गढ़चिरौली जिले के एटापल्ली के बोरिया इलाके में हुई मुठभेड़ में पुलिस ने 16 नक्सिलयों को मार गिराया है।

Updated on: 22 Apr 2018, 08:16 PM

highlights

  • महाराष्ट्र में नक्सल विरोधी अभियान को बड़ी कामयाबी मिली है
  • गढ़चिरौली जिले के एटापल्ली के बोरिया इलाके में हुई मुठभेड़ में पुलिस ने 16 नक्सिलयों को मार गिराया है

नई दिल्ली:

महाराष्ट्र में चार दशक बाद सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए सुरक्षा बलों ने रविवार को गढ़चिरौली जिले में कुछ महिलाओं सहित करीब 16 नक्सलियों को मार गिराया। मारे गए नक्सलियों में दो उच्चस्तर के कमांडर शामिल थे।

अधिकारी के अनुसार, घने जंगलों में सुरक्षा बलों व नक्सलियों के बीच भारी मुठभेड़ हुई, जिसमें नक्सलियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।

अधिकारी ने कहा कि भामरगढ़-इतापल्ली तालुका की सीमा पर बोरिया जंगल में मुठभेड़ हुई।

पुलिस कमांडो के एक सी-60 दस्ते ने सुबह करीब 7 बजे नक्सल रोधी अभियान की शुरुआत की। इस अभियान की शुरुआत छिपे हुए नक्सवादियों के अचानक हमले के बाद की गई। 

पुलिस ने हमले का जवाब गोलीबारी से दिया। यह घमासान पांच घंटों तक सुबह 11 बजे तक जारी रहा।

अधिकारी ने कहा, 'अब तक हमने नक्सलियों के 16 शव बरामद किए हैं, जिसमें कुछ महिलाएं हैं। जंगल में अन्य शवों की तलाशी के लिए अभियान जारी है।'

अधिकारियों का मानना है कि एक पूरे सक्रिय दलम (इकाई) के साथ उच्च स्तर के कमांडरों व अन्य सर्वाधिक वांछित नक्सलियों का मुठभेड़ में सफाया हो सकता है।

इलाके व पड़ोसी जिलों जैसे चंद्रपुर व मध्य भारत के पड़ोसी राज्यों में फैसले से पुलिस ने बढ़ते खतरे से निपटने के लिए विशेष प्रशिक्षित बलों को तैनात किया है।

पुलिस ने 2013 में अहेरी तालुका में गोविंदगांव में 6 नक्सलियों को मार गिराया था। पुलिस ने 2017 में सिरोनचा तालुका के कल्लाडे जंगलों में सात नक्सलियों को मार गिराया था।

भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिहाज से नक्सली अभी भी सबसे बड़ी चुनौती माने जाते हैं।

आदिवासी और जंगली इलाकों में विकास कार्यों की राह में नक्सली सबसे बड़ी बाधा रहे हैं। यही वजह है कि देश के नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा बलों का संयुक्त ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

नक्सल विरोधी अभियान की वजह से देश में नक्सली हिंसा में कमी आई है।

हाल ही में गृह मंत्रालय ने 44 जिलों को नक्सल प्रभावित जिलों की सूची से बाहर कर दिया है। इसमें बिहार और ओडिशा के छह जिले, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ के तीन-तीन जिले और बंगाल के चार जिले शामिल हैं।

महाराष्ट्र के एक जिला को भी नक्सल प्रभावित इलाके की सूची से बाहर किया गया है। सबसे ज्यादा तेलंगाना के 19 जिलों को नक्सल हिंसा से प्रभावित इलाकों की सूची से बाहर किया गया है।

गृह मंत्रालय ने हाल ही में राज्य के अहेरी को नक्सल हिंसा से प्रभावित इलाकों की सूची से बाहर कर दिया है।

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