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मध्य प्रदेश में नहीं थम रहा आत्महत्या का सिलसिला, धार जिले में कर्ज के कारण एक और किसान ने की आत्महत्या

किसान आंदोलन के बाद मध्य प्रदेश में किसानों की आत्महत्या का सिलसिल थमने का नाम नहीं ले रहा है। कथित कर्ज बोझ की वजह से धार जिले में एक और किसान जगदीश मोरी (40) ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली है।

Updated on: 17 Jun 2017, 10:08 AM

highlights

  • किसान आंदोलन के बाद मध्य प्रदेश में किसानों की आत्महत्या का सिलसिल थमने का नाम नहीं ले रहा है
  • कथित कर्ज बोझ की वजह से धार जिले में एक और किसान जगदीश मोरी (40) ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली है

नई दिल्ली:

किसान आंदोलन के बाद मध्य प्रदेश में किसानों की आत्महत्या का सिलसिल थमने का नाम नहीं ले रहा है। कथित कर्ज बोझ की वजह से धार जिले में एक और किसान जगदीश मोरी (40) ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली है।

मध्य प्रदेश में किसान कर्ज माफी और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू किए जाने को लेकर सड़कों पर हैं। हालांकि अभी उनका आंदोलन थम गया है लेकिन छिटपुट विरोध प्रदर्शनों का दौर जारी है। राज्य का मंदसौर किसान आंदोलन का गढ़ रहा था, जहां पुलिसिया गोलीबारी में 6 किसानों की मौत हो गई थी।

इसके तत्काल बाद एक ही दिन में तीन किसानों के आत्महत्या की खबर आई थी। होशंगाबाद के भैरोपुर गांव का किसान माखन लाल, विदिशा जिले में हरि सिंह जाटव और सीहोर जिले के रहटी थाना क्षेत्र के जजना गांव में पांच लाख के कर्जदार दुलीचंद्र ने आत्महत्या कर ली थी।

वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जनपद सीहोर में दो किसानों ने गुरुवार को जान दे दी। अब तक राज्य में कुल 9 किसान आत्महत्या कर चुके हैं।

MP: शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में 2 किसानों ने की आत्महत्या

किसान आंदोलन के बाद किसानों की बढ़ती आत्महत्या को लेकर शिवराज सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर है। मध्य प्रदेश सरकार के कृषि में 18 से 20 फीसदी की बढ़ोतरी वाले रिपोर्ट की विश्वसनीयता पर कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया गंभीर सवाल उठा चुके हैं।

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ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवराज सरकार से पूछा था कि अगर राज्य में खेती-बाड़ी में 20 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई हो तो पिछले 13 सालों के बीजेपी शासन में 21 हजार किसानों ने आखिर आत्महत्या क्यों कर ली।

किसानों के मांगों के समर्थन में 72 घंटे का सत्याग्रह कर रहे सिंधिया ने एमपी सरकार के इस रिपोर्ट पर कटाक्ष करते हुए कहा, 'अगर राज्य में कृषि इतनी ही अच्छी हो रही है तो फिर लोग गांव छोड़कर रोजगार की तलाश में पलायन क्यों कर रहे हैं।'

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