logo-image

'स्वच्छता ही सेवा' अभियान : PM मोदी ने दिल्ली से की शुरुआत, लोगों को खत भेजकर मांगा सहयोग

उन्होंने कहा कि चार वर्ष पहले शुरु हुआ स्वच्छता आंदोलन अब एक महत्वपूर्ण पड़ाव पर आ पहुंचा है। हम गर्व के साथ कह सकते हैं कि राष्ट्र का हर तबका, हर संप्रदाय, हर उम्र के मेरे साथी, इस महाअभियान से जुड़े हैं।

Updated on: 15 Sep 2018, 12:17 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 सितंबर यानी शनिवार को 'स्वच्छता ही सेवा' अभियान का शुभारंभ किया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि चार वर्ष पहले शुरु हुआ स्वच्छता आंदोलन अब एक महत्वपूर्ण पड़ाव पर आ पहुंचा है. हम गर्व के साथ कह सकते हैं कि राष्ट्र का हर तबका, हर संप्रदाय, हर उम्र के मेरे साथी, इस महाअभियान से जुड़े हैं. गांव-गली-नुक्कड़-शहर, कोई भी इस अभियान से अछूता नहीं है. इस मिशन को सफल बनाने के लिए पीएम मोदी ने करीब 2 हजार नागरिकों को खुद से पत्र लिखा था.

2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती से पहले पीएम ने ये खास मुहिम शुरू की है. उन्होंने देशवासियों से इस मुहिम में जुड़ने की अपील की है जिससे कि देश को स्वच्छ बनाया जा सके.

Live Updates:

सीमा पर दुश्मनों से मोर्चा लेना हो, बाढ़ के संकट से निपटना हो, हर बार आपने देश को ऊपर रखा है। अब स्वच्छता के लिए आपका ये योगदान भी देश को गौरवान्वित कर रहा है: पीएम

ITBP के मेरे सभी बहादुर साथियों को मेरा नमन। आप सभी के बारे में जितना भी कहा जाए उतना कम है। देश को आपकी, सेना के जवानों की जहां भी जरूरत पड़ती है आप सबसे पहले हाजिर रहते हैं: पीएम 

पीएम मोदी ने देश के पूरे मीडिया समूह के योगदान की सराहना की और कहा कि मीडिया ने देश के कोने-कोने के स्वच्छाग्रहियों के योगदान को उजागर कर पूरे देश को प्रेरित किया। उनके इस योगदान के लिए पीएम ने धन्यवाद दिया।

हमारी विजय यात्रा का मूल और सबसे बड़ी ताकत है ‘मेरा बूथ- सबसे मजबूत’. ये मेरा सौभाग्य है कि आज बीजेपी की जड़ को सींच कर, एक घने वृक्ष रूपी पार्टी बनाने में योगदान देने वाले, इसे अपने पसीने से सींचने वाले आप सभी कार्यकर्ताओं से बातचीत का मौका मिला है: पीएम

स्वच्छ भारत अभियान के चलते डायरिया के मामलों में बहुत कमी आई है: पीएम

स्वच्छता एक आदत है जिसको नित्य के अनुभव में शामिल करना पड़ता है. ये स्वभाव में परिवर्तन का यज्ञ है जिसमें देश का जन-जन, आप सभी अपनी तरह से योगदान दे रहे हैं: पीएम

सिर्फ शौचालय बनाने भर से भारत स्वच्छ हो जाएगा, ऐसा नहीं है. टॉयलेट की सुविधा देना, कूड़ेदान की सुविधा देना, कूड़े के निस्तारण का प्रबंध करना, ये सभी सिर्फ माध्यम हैं: पीएम

क्या किसी ने कल्पना की थी कि 4 वर्षों में 450 से ज्यादा जिले खुले में शौच से मुक्त हो जाएंगे? क्या किसी ने कल्पना की थी कि 4 वर्षों में 20 राज्य और केंद्रशासित प्रदेश खुले में शौच से मुक्त हो जाएंगे? यह भारत और भारतवासियों की ताकत है: पीएम

क्या कोई ये सोच सकता था कि भारत में 4 वर्षों में करीब 9 करोड़ शौचालयों का निर्माण हो जाएगा? क्या किसी ने ये कल्पना की थी कि 4 वर्षों में लगभग 4.5 लाख गांव खुले में शौच से मुक्त हो जाएंगे? पीएम

चार वर्ष पहले शुरु हुआ स्वच्छता आंदोलन अब एक महत्वपूर्ण पड़ाव पर आ पहुंचा है। हम गर्व के साथ कह सकते हैं कि राष्ट्र का हर तबका, हर संप्रदाय, हर उम्र के मेरे साथी, इस महाअभियान से जुड़े हैं। गांव-गली-नुक्कड़-शहर, कोई भी इस अभियान से अछूता नहीं है: पीएम